tag:blogger.com,1999:blog-3955011151035556321.post4935297290263541929..comments2023-12-10T13:50:00.089+05:30Comments on झा जी कहिन: जीवन को नहीं जीवन संस्कृति को समझेंअजय कुमार झाhttp://www.blogger.com/profile/16451273945870935357noreply@blogger.comBlogger11125tag:blogger.com,1999:blog-3955011151035556321.post-17443968753998582702016-09-20T00:58:16.823+05:302016-09-20T00:58:16.823+05:30बहुत बहुत शुक्रिया और आभार जमशेद जी आपका बहुत बहुत शुक्रिया और आभार जमशेद जी आपका अजय कुमार झाhttps://www.blogger.com/profile/16451273945870935357noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3955011151035556321.post-28630349625843219962016-09-18T11:46:43.682+05:302016-09-18T11:46:43.682+05:30Badhiya..Badhiya..Pammi singh'tripti'https://www.blogger.com/profile/13403306011065831642noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3955011151035556321.post-62997588257732168912016-09-18T11:46:27.189+05:302016-09-18T11:46:27.189+05:30Badhiya..Badhiya..Pammi singh'tripti'https://www.blogger.com/profile/13403306011065831642noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3955011151035556321.post-22701167102700916352016-09-18T08:57:17.279+05:302016-09-18T08:57:17.279+05:30आपने बिल्कुल सही कहा कि हमें जीवन को नहीं बल्कि ज...आपने बिल्कुल सही कहा कि हमें जीवन को नहीं बल्कि जीवन संस्कृति को समझने की आवश्यक्ता है। मैं आपकी इस बात से पूर्णंतया सहमत हूं। अच्छा लेख है।जमशेद आज़मीhttps://www.blogger.com/profile/11287629940299269280noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3955011151035556321.post-58903413285374229192016-09-18T08:57:00.634+05:302016-09-18T08:57:00.634+05:30आपने बिल्कुल सही कहा कि हमें जीवन को नहीं बल्कि ज...आपने बिल्कुल सही कहा कि हमें जीवन को नहीं बल्कि जीवन संस्कृति को समझने की आवश्यक्ता है। मैं आपकी इस बात से पूर्णंतया सहमत हूं। अच्छा लेख है।जमशेद आज़मीhttps://www.blogger.com/profile/11287629940299269280noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3955011151035556321.post-10672039594337260142016-09-17T23:09:07.927+05:302016-09-17T23:09:07.927+05:30सच कहा आपने दादा असल में है भी ऐसा ही , सक्रियता क...सच कहा आपने दादा असल में है भी ऐसा ही , सक्रियता का तो क्या कहूं बस निष्क्रियता से बाहर आने का प्रयास कर रहा हूँ धीरे धीरे रफ़्तार भी आ ही जायेगी अजय कुमार झाhttps://www.blogger.com/profile/16451273945870935357noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3955011151035556321.post-54061866145622633302016-09-17T20:01:07.362+05:302016-09-17T20:01:07.362+05:30हम तो हर दिन जब निकलते हैं तो लगता है कोई न कोई गु...हम तो हर दिन जब निकलते हैं तो लगता है कोई न कोई गुरू आज मिल जाएगा... सीखता हूँ और लौटता हूँ तो उसे अपने संस्कारों का अंग बनाने की कोशिश में जुट जाता हूँ. <br />आपकी सक्रियता और वापसी के लिये स्वागत! बस बने रहिये, जुड़े रहिये!!चला बिहारी ब्लॉगर बननेhttps://www.blogger.com/profile/05849469885059634620noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3955011151035556321.post-37012838328337099652016-09-17T18:20:41.403+05:302016-09-17T18:20:41.403+05:30चर्चा मंच और आपका आभार पोस्ट को साझा करने के लिए
...चर्चा मंच और आपका आभार पोस्ट को साझा करने के लिए <br />अजय कुमार झाhttps://www.blogger.com/profile/16451273945870935357noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3955011151035556321.post-65154754568892953222016-09-17T15:37:25.761+05:302016-09-17T15:37:25.761+05:30आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल रविवार (18-...आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल रविवार (18-09-2016) को <a href="http://charchamanch.blogspot.in/" rel="nofollow"> "मा फलेषु कदाचन्" (चर्चा अंक-2469) </a> पर भी होगी।<br />--<br />सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।<br />--<br />चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट अक्सर नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।<br />जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।<br />हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।<br />सादर...!<br />डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' <br />डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3955011151035556321.post-63216185818734316442016-09-17T13:57:39.924+05:302016-09-17T13:57:39.924+05:30बहुत-बहुत शुक्रिया देवेंद्र भाईबहुत-बहुत शुक्रिया देवेंद्र भाईअजय कुमार झाhttps://www.blogger.com/profile/16451273945870935357noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3955011151035556321.post-45352784013432037452016-09-17T11:50:41.441+05:302016-09-17T11:50:41.441+05:30अनंत को देखने, समझने की यह इच्छा और अस्तित्व में ई...अनंत को देखने, समझने की यह इच्छा और अस्तित्व में ईश्वर भाव का होना अच्छी बात है. देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.com