सोमवार, 9 फ़रवरी 2009

हाय ई चीयर गर्ल्स की नीलामी कब होगी भैया ?

हमको बड़ी खुशी है की इतना मंदी होते हुए भी हम लोग खेलने कूदने के लिए विदेशी लोगों को खरीद लिए, ऊ भी इतना मरा मारी करके , बोली लगा के । ससुर सबको जीते जी नीलाम कर दिए, आ भगवान् की कृपा रही तो आगे भी बेचते खरीदते रहेंगे। अजी वैसे ही थोड़ी हम लोगों को बाजार सुपर पावर कहा जा रहा है। खरी, भैया उतना बड़ा हम देहाती लोगों का औकार और हैसियत तो है नहीं की इतना पैसा खर्च कर के खेलने के लिए आदमी लोगों को खरीदें, मुदा जब चीयर गर्ल्स की नीलामी शीलामी होगी तो जरूर ही किस्मत आजमाएंगे।

हमको तो गरीबी रेखा वाला सारा लोन के लिए भी दरखास्त दे दिए हैं, ताकि पैसा कम नहीं पड़ने पाये। का कह रहे हैं, देखिये आप तो हमारे नीयत पर ही शक कर रहे हैं। अरे नहीं भाई हमको कौनो नाच कूद थोड़े करवाना है ऊ चीयर गर्ल्स से। अरे नहीं भाई, किसी डांस शो में ऊ लोगन को पार्टनर बना कर नहीं ले जाना है। अरे का कह रहे हो यार, घर ले जाकर हमको का घर में २० २० करवाना है, श्रीमती जी गर्ल्स समेत हमको बाउंडरी के बहार फेंक देंगी।
दरअसल हमको तो सोच रहे थे, की दो चार चीयर गर्ल्स खरीद कर ऊ सब्नको अपना ई ब्लॉग पर चेप देंगे, खूबसूरती से हमको देहाती का ब्लॉग भी ऐसन झटके मारेगा की का कहें। हमरे ब्लॉग को तो अभी से गुदगुदी होने लगी है।


तो भैया जब भी चीयर गर्ल्स की नीलामी हो हमको भी ले चलिएगा।