tag:blogger.com,1999:blog-3955011151035556321.post7576253684804228274..comments2023-12-10T13:50:00.089+05:30Comments on झा जी कहिन: वे हिंदी में ब्लॉग्गिंग करते हैं..और हिंदी ब्लॉग्गिंग को गरियाते हैंअजय कुमार झाhttp://www.blogger.com/profile/16451273945870935357noreply@blogger.comBlogger43125tag:blogger.com,1999:blog-3955011151035556321.post-63164923000552073902009-06-26T18:49:03.184+05:302009-06-26T18:49:03.184+05:30ऎ झा जी, तनि हमरो सूनीयेगा । बतवा त आप ठीकै कहते ह...<i><br />ऎ झा जी, तनि हमरो सूनीयेगा । बतवा त आप ठीकै कहते हँय लकीन ई बुझौव्वल से कोन फ़ायदा ?<br />ऎतना ज़ुलुम बात सब अथिया घुमाफिरा कर होगा, त लटपटा न जायेगा जी ।<br />ज्ञान त हमको मील हि गया, बकिया लोग त फेरा में पड़ न गये जी ।<br /></i>डा० अमर कुमारhttps://www.blogger.com/profile/09556018337158653778noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3955011151035556321.post-39779563188817701962009-06-26T13:41:48.129+05:302009-06-26T13:41:48.129+05:30हमनें कयास लगाने की कोशिश की और कुछ अनुमान भी लगे ...हमनें कयास लगाने की कोशिश की और कुछ अनुमान भी लगे । पर कन्फ़र्म नहीं हो पाये कि यह इशारा किसकी तरफ़ है । <br />जो भी हो आपने छंद बहुत बढिया बनाया है । <br />इतना जरूर कहना चाहते हैं की अनाम टिप्पणियों को प्रकाशित नहीं करना चाहिये । इससे भ्रम फ़ैलता है । अनाम क्यों ? कोई देशद्रोह का मुकदमा तो चलाया जाने वाला नहीं है । नाम भी ना खराब हो और काम भी हो जाये ।अर्कजेशhttps://www.blogger.com/profile/11173182509440667769noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3955011151035556321.post-18812352315136815522009-06-26T10:44:25.889+05:302009-06-26T10:44:25.889+05:30बढिया व्यंग्य।बढिया व्यंग्य।परमजीत सिहँ बालीhttps://www.blogger.com/profile/01811121663402170102noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3955011151035556321.post-46877574406286205452009-06-25T15:28:08.093+05:302009-06-25T15:28:08.093+05:30जब मैंने ये उपरोक्त पंक्तियाँ लिखी थी तो वो एक गुस...जब मैंने ये उपरोक्त पंक्तियाँ लिखी थी तो वो एक गुस्से की तरह था..जो मुझे उन पर आया था जिन्होंने जाने अनजाने हिंदी भाषा का न भी नहीं तो हिंदी ब्लॉग्गिंग पर कटाक्ष किया था....मेरी किसी से भी कोई निजी अदावत नहीं है ..न ही मेरा उद्देश्य किसी का अपमान करना होता है कभी भी...मगर दिल ने जो कहा ..मैंने लिख दिया...बहाने से हमेशा की तरह बहुत से लोग बहुत सी भडास निकाल गए..और बहुत लोग समझ भी गए की मैं कहाँ , क्या कहना चाह रहा हूँ....जिन्होंने भी टिप्प्न्नी की मैं उनका आभारी हूँ की उन्होंने अपने अपने विचार रखे...और न तो मैं किसी की टिप्प्न्नी हटाने जा रहा हूँ .....न ही ब्लॉग्गिंग छोड़ कर भागने वाला हूँ.....हाँ शायद कुछ बातों को ध्यान में रखना सीख गया हूँ........अजय कुमार झाhttps://www.blogger.com/profile/16451273945870935357noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3955011151035556321.post-37390639406520350262009-06-25T13:36:22.878+05:302009-06-25T13:36:22.878+05:30हिंदी ब्लागिंग का भविष्य उज्जवल है ..जिसने जो कहना...हिंदी ब्लागिंग का भविष्य उज्जवल है ..जिसने जो कहना है कहता रहे ,लिखने वाले लिखते रहेंगे .आपने इस विषय पर बिलकुल सही लिखा है ..रंजू भाटियाhttps://www.blogger.com/profile/07700299203001955054noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3955011151035556321.post-26505259193268258522009-06-25T09:04:11.545+05:302009-06-25T09:04:11.545+05:30अजय सही लिखा है, पर ये क्या कुछ तो बिल्कुल पीछे ही...अजय सही लिखा है, पर ये क्या कुछ तो बिल्कुल पीछे ही पड़ चुके हैं आपके। भई बेहतर तो सब के लिए ये होगा कि दूसरे के ऊपर दोष मढ़ने से तो ये बेहतर होगा कि ब्लॉगिंग करें और कुछ नहीं। बेनामी जी दूसरा क्या कर रहा है वो ना देखो, आप क्या कर रहे हो वो दूसरों को दिखाओ पर छुप कर वार ना करो। धन्यवाद।Nitish Rajhttps://www.blogger.com/profile/05813641673802167463noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3955011151035556321.post-9536041152675267222009-06-25T06:46:58.820+05:302009-06-25T06:46:58.820+05:30बिलकुल सही कहा आपने -ऐसे संस्कारहीनों और कृतघ्नों...बिलकुल सही कहा आपने -ऐसे संस्कारहीनों और कृतघ्नों का क्या कहियेगा जो जिस थाली में खाते हैं उसी में छेद करते हैं और समाज को एक अपसंस्कृति का एक बदनुमा चेहरा दिखाते हैं ! धिक्कार है ! <br />हिन्दी ब्लागिंग अमर है !Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3955011151035556321.post-82397944081067215572009-06-25T05:45:37.627+05:302009-06-25T05:45:37.627+05:30अजय जी आपका ये पोस्ट बहुत बढ़िया लगा और बिल्कुल सह...अजय जी आपका ये पोस्ट बहुत बढ़िया लगा और बिल्कुल सही कहा है आपने! पर मैं ये मानती हूँ कि किसीके कहने या करने से कोई फर्क नहीं पड़ना चाहिए बल्कि हमें अपनी लेखनी पर ध्यान देना चाहिए ! हिन्दी तो हमारी राष्ट्रभाषा है और मैं बहुत गर्व से ये बात कहती हूँ और इस भाषा का सम्मान करती हूँ! सभी हिन्दी ब्लोग्गेर्स को मेरी तरफ़ से शुभकामनायें!Urmihttps://www.blogger.com/profile/11444733179920713322noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3955011151035556321.post-16154374803609653092009-06-24T22:46:12.023+05:302009-06-24T22:46:12.023+05:30अरे ब्लॉग वकील साहब आप तो बेनामी के भाई निकले..आपक...अरे ब्लॉग वकील साहब आप तो बेनामी के भाई निकले..आपके ब्लॉग का तो खुद ही कोई पता नहीं है....२००९ से हैं मगर प्रोफाईल दृश्य ..सिर्फ सात बार....क्या चक्कर है महाराज..हम भी कोर्ट वाले हैं भाई...हमसे कैसा शर्माना..अजय कुमार झाhttps://www.blogger.com/profile/16451273945870935357noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3955011151035556321.post-63111605365407506462009-06-24T22:41:34.612+05:302009-06-24T22:41:34.612+05:30आप थोड़ी देर से पहुंचे..दरअसल जब मैंने देखा किस अन...आप थोड़ी देर से पहुंचे..दरअसल जब मैंने देखा किस अनाम भाई/बहन ..लगातार अपना स्नेह शास्त्री जी के प्रति दिखा रहे हैं तो मजबूरी में मुझे ये करना पड़ा..और यकीन माने जिस दिन मुझे अनाम बनके टिपियाने की जरूरत पड़ी...मैं उससे पहले ब्लॉग्गिंग छोड़ दूंगा....मगर ऐसा होगा नहीं..वैसे आपको ये सब जांचने की जरूरत क्यूँ पड़ी...अजय कुमार झाhttps://www.blogger.com/profile/16451273945870935357noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3955011151035556321.post-38988245109192670662009-06-24T22:14:41.273+05:302009-06-24T22:14:41.273+05:30झा श्रीमान
आप हैं बडे महान
हमने अब फ़ुरसत से
पूरा म...झा श्रीमान<br />आप हैं बडे महान<br />हमने अब फ़ुरसत से<br />पूरा मामला देखा<br />आप तो निकले महा चालू<br />एक के बदले दो दो आलू<br />आपके ब्लाग पर<br />बेनामी टिपणी की <br />नही है सुविधा<br />फ़िर बेनामी टिपणी कैसे हुई?<br /><br />प्रथम दृष्टया पाया गया कि<br />आपने खुद ही आपकी भडांस<br />बेनामी टिपणी करके निकाली है<br />यानि झा बनाम बेनामी<br />वैरी स्मार्ट...<br />यानि आपने खुद ने हीब्लाग वकीलhttps://www.blogger.com/profile/05336513223357509128noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3955011151035556321.post-55360594571470423422009-06-24T20:59:16.216+05:302009-06-24T20:59:16.216+05:30भई मामला कुछ ज्यादा ही उलझा हुआ लगता है......वैसे ...भई मामला कुछ ज्यादा ही उलझा हुआ लगता है......वैसे आपकी रचना साधुवाद की अधिकारिणी है।Pt. D.K. Sharma "Vatsa"https://www.blogger.com/profile/05459197901771493896noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3955011151035556321.post-60223742369187116672009-06-24T20:57:42.609+05:302009-06-24T20:57:42.609+05:30झा जी,, बढ़िया रहा... सही चोट की है.झा जी,, बढ़िया रहा... सही चोट की है.Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3955011151035556321.post-55757083578720967622009-06-24T20:13:37.504+05:302009-06-24T20:13:37.504+05:30झा जी, कह चुके?
अब हमारी सुनिये।
शांति से इतना ही...झा जी, कह चुके?<br /><br />अब हमारी सुनिये।<br />शांति से इतना ही कहना चाहते हैं कि हम समझ गये हैं कि इस रचना की प्रेरणा आपको कहाँ से मिली। <br /><br />:-)Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3955011151035556321.post-23627368536424880412009-06-24T19:50:18.127+05:302009-06-24T19:50:18.127+05:30आपकी पूरी रचना पढी. और हम इस नतीजे पर पहुंचा हूं क...आपकी पूरी रचना पढी. और हम इस नतीजे पर पहुंचा हूं कि यह पूरी रचना ही हिंदी ब्लागिंग की देन की रचना है. वैसे बेनामी बनकर एक तीर से दो बढिया निशाने साधे हैं. शाबाश.ब्लाग वकीलhttps://www.blogger.com/profile/05336513223357509128noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3955011151035556321.post-4186039285368796242009-06-24T19:42:40.178+05:302009-06-24T19:42:40.178+05:30बहुत ही सटीक.........बहुत ही सटीक.........महेन्द्र मिश्रhttps://www.blogger.com/profile/00466530125214639404noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3955011151035556321.post-58516273165429692462009-06-24T19:27:37.528+05:302009-06-24T19:27:37.528+05:30चलिए छोड़ दिया ....हाय ..पता नहीं ..उस संगदिल सनम ...चलिए छोड़ दिया ....हाय ..पता नहीं ..उस संगदिल सनम तक ...पैगाम पहुंचा या नहीं..या बस पूरी बस्ती ही पढ़ गयी हमारे दर्द ए दिल की दास्ताँ....मेहरबान कब आओगे....मुझे पता है ...नहीं आओगे...अजय कुमार झाhttps://www.blogger.com/profile/16451273945870935357noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3955011151035556321.post-33508578653312483932009-06-24T19:01:36.104+05:302009-06-24T19:01:36.104+05:30अजी जाने भी दीजिये ...और भी बहुत कुछ है लिखने के ल...अजी जाने भी दीजिये ...और भी बहुत कुछ है लिखने के लिए ..यह सब छोडिये, अपनी लेखनी पर ध्यान दीजिये .किसी के कहने या लिखने से कोई छोटा -बड़ा नही होताL.Goswamihttps://www.blogger.com/profile/03365783238832526912noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3955011151035556321.post-22856450960387962282009-06-24T17:50:04.676+05:302009-06-24T17:50:04.676+05:30बहुत जरुरी था इस विषय में लिखना. आपका साधुवाद. जहा...बहुत जरुरी था इस विषय में लिखना. आपका साधुवाद. जहाँ निशाना लगाया था वहाँ तो जरुर पहुँचेगा मगर रास्ते में और कोइन को बेध जाये, कह नहीं सकते. हमारे यहाँ कहते हैं कि काना हो तो कौंच जाये...तो कौंचने दो. आपने मस्त काम किया है, मित्र. जय हो!!Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3955011151035556321.post-60873530280789362692009-06-24T17:24:13.849+05:302009-06-24T17:24:13.849+05:30दूसरों को छोड़िये। आप अच्छी अच्छी चिट्ठियां लिखिये...दूसरों को छोड़िये। आप अच्छी अच्छी चिट्ठियां लिखिये।उन्मुक्तhttps://www.blogger.com/profile/13491328318886369401noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3955011151035556321.post-17436639111519709912009-06-24T17:01:46.529+05:302009-06-24T17:01:46.529+05:30JANE BHI DO YAROJANE BHI DO YAROAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/09116344520105703759noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3955011151035556321.post-45801372223051835012009-06-24T17:00:53.209+05:302009-06-24T17:00:53.209+05:30अभिषेक भाई...हिंदी ब्लॉग्गिंग की दिशा और स्तर....य...अभिषेक भाई...हिंदी ब्लॉग्गिंग की दिशा और स्तर....ये बातें तो मैंने कही भी नहीं हैं..और जानता हूँ की ये वक्त के साथ ब्लोग्गेर्स खुद ही तय कर लेंगे...मैंने तो बस उस बात का प्रतिकार करना चाहा है ..जो हिंदी ब्लॉग्गिंग के लिए एक हिंदी ब्लॉगर ने ही कही...कोई दूसरी भाषा का ब्लॉगर कहता तो ..जरूर बहस भी कर लेते...और मैंने तो बस अपने मन की बात कही है...कष्ट हुआ...सो लिख दिया...किसी का अपमान ..मेरा चरित्र नहीं ..आदत भी नहीं..ये सिर्फ उनके कानो तक पहुचाने के लिए था ..जो सचमुच ऐसा कर रहे हैं...वक्त पड़ा तो सब कुछ मिनटों में साबित हो जाएगा...अजय कुमार झाhttps://www.blogger.com/profile/16451273945870935357noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3955011151035556321.post-49322027038609289922009-06-24T16:51:09.613+05:302009-06-24T16:51:09.613+05:30Blogging ke star par bicharne ke liye kai senior p...Blogging ke star par bicharne ke liye kai senior pade hue hain, aap jaisi yuva pratibhaon ko to sirf creativity par dhyaan dena chahiye.अभिषेक मिश्रhttps://www.blogger.com/profile/07811268886544203698noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3955011151035556321.post-6727743120683463292009-06-24T15:44:09.765+05:302009-06-24T15:44:09.765+05:30शायद ये महारथी लोग हिंदी ब्लॉग्गिंग को सुधारे बिना...शायद ये महारथी लोग हिंदी ब्लॉग्गिंग को सुधारे बिना मानने वाले नहीं. :)Kajal Kumarhttps://www.blogger.com/profile/06605771267817674472noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3955011151035556321.post-80592372004152594492009-06-24T15:20:33.863+05:302009-06-24T15:20:33.863+05:30अजय जी वैसे इतने दिन क्या हुआ हम नही जानते पर रंजन...अजय जी वैसे इतने दिन क्या हुआ हम नही जानते पर रंजना और निर्मला जी की बात से सहमत है ।mamtahttps://www.blogger.com/profile/05350694731690138562noreply@blogger.com