शनिवार, 13 नवंबर 2010

दिल्ली ब्लॉगर संगोष्टी एवं विमर्श ..उडनतश्तरी उतरी राजधानी में ..just a photo shoot ...झा जी के कैमरे से



अभी अभी दिल्ली ब्लॉगर संगोष्ठी एवं विमर्श से लौटा हूं ...मन और तन दोनों ही पुलकित हैं ..क्या क्या हुआ किसने क्या कहा ..किसने क्या सुना ...किसने क्या देखा .....अरे रे रे आप तो जल्दी मचाने लगे ...भाई ..इतनी जल्दी भी क्या है ...अभी सिर्फ़ चंद फ़ोटो शूट देखिए । आपको तफ़सील से पूरी रपट पढवाएंगे । फ़ोटो भी सिर्फ़ कुछ ही दिखा रहा हूं ....तब तक मुंह का स्वाद बनाईये ...पूरा पकवान मैं धीरे धीरे तैयार करता हूं । अरे यार लगभग पचास से भी अधिक मित्र साथी थे , सबकी बातें हैं यादें हैं ..और हमारे सुपर स्टार ..उडनतश्तरी जी , बालेन्दु दधीच जी ..और भी हैं भई .....















37 टिप्‍पणियां:

  1. बहुत बढ़िया फोटो रपट है ... बाकि रिपोर्ट की प्रतीक्षा में ...

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  2. सभी फोटो बढ़िया है :)
    फोटो अपलोड करते समय रामबाबू सिंह जी का फोन आ गया था इसलिए कुछ क्षण पीछे रह गए :)

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  3. हम तो चले परदेस (बद्रीनाथ) दिल परदेसी हो गया।
    आप रिपोर्ट जारी रखिये।

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  4. इसे ही तो कहते हैं
    तुरंत तुरंता तुरंताना

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  5. बहुत बढिया जी। मिलकर बहुत अच्छा लगा।

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  6. शुक्रिया
    साफ़ फ़ोटो सुन्दर फ़ोटो विवरण का इंतज़ार है

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  7. ई का भैया , हमरे पहुँचने से पहले ही सारी रील ख़त्म कर डाली ।

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  8. अरे डॉ साहब ,

    हुजूरेवाला .....ये तो बस एक मुहूर्त शॉट है ..पिक्चर अभी बांकी है सर ............

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  9. आज वाकई आनंद आ गया अजय भाई !
    जो काम आपने शुरू किया था अब उसका फल मिलना शुरू हुआ है !हार्दिक शुभकामनायें !

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  10. @ सतीश सक्‍सेना
    फल
    मतलब फ्रूट्स
    जब सब्जियां मिलनी शुरू हों
    यहां तो तब बतलाइयेगा
    काफी महंगी हो गई हैं
    फलों को दे रही हैं मात।

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  11. स्वाद तो बन गया उकील साहब, अब तो पूरा पकवान के लिये वेटिया रहे हैं।

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  12. बढ़िया चित्र....
    आपने सही कहा...ये तो सिर्फ ट्रेलर है...
    पिक्चर अभी बाकी है मेरे दोस्त :-)

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  13. केवल इतने से फ़ोटू से हमारा क्या होगा ?

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  14. झा जी आप एक नम्बर के फ़ोटुग्राफ़र हैं
    क्या अंदाज है आपका तश्वीर हींचने का।
    मानना पड़ेगा भाई।

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  15. कारवां चलता रहे .. सुन्दर पोस्ट

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  16. भारतीय नागरिक जी ,
    नाम छूटे नहीं हैं , बल्कि लिए ही नहीं गए हैं । अरे भई मैंने पहले ही लिख दिया है कि ये सिर्फ़ एक फ़ोटो शूट है वो भी सिर्फ़ मेरे द्वारा खींचे गए पचास फ़ोटूओं में से कुछ । अभी तो रिपोर्टिंग शुरू भी नहीं की है , आगे आगे देखिए , उम्मीद है कि आपकी शिकायत दूर हो जाएगी ।

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  17. नरेश सिंह राठौड जी ,
    कमाल है कि आप लोग इतनी व्यग्रता क्यों दिखा रहे हैं मित्र ? नामों से परहेज़ , मुझे तो अब इस ब्लॉगजगत का कोई नाम अनसुना सा लगता ही नहीं है , और जिनके सम्मान में कार्यक्रम रखा गया था उनको तो शायद आने वाले ब्लॉगर्स का नाम भी पता होता है , फ़िर परहेज़ कैसा ? आप यकीन रखिए , मुझे पढने वाले जानते हैं कि जब मैं रिपोर्टिंग करता हूं तो किसने कितनी बार पलकें झपकाईं ये तक मेरे जेहन में सुरक्षित रहता है , आप बस थोडी सी प्रतीक्षा करें । वैसे आपको कुछ नाम मेरी दूसरी रिपोर्ट में अवश्य मिल जाएंगे जो मैंने रद्दी की टोकरी पर लगाई हुई है । स्नेह बनाए रखें और विश्वास भी ..आपका साथी ।

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  18. वाह..बहुत खूब....
    ये प्यार भरा रिश्ता यूँ ही बना रहे...

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  19. बहुत खूब.. ब्लॉगर्स एकता ज़िंदाबाद..

    वर्चुअल मित्रों से रियल लाइफ में मिलना वाक़ई यादगार होता है.. विस्तृत रिपोर्ट का इंतज़ार है..

    हैपी ब्लॉगिंग

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  20. अच्छी फोटोग्राफी...जरा नजदीक से लिए फोटो भी तो दिखाईेए...लगता है बातें नहीं कर पाए फोटो खींचने के चक्कर में।

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  21. सुखद यादों को फोटो में पिरोने के लिए धन्यवाद

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  22. ये फोटो भी न...बहुत कुछ कह जाते हैं.


    _________________
    'शब्द-शिखर' पर पढ़िए भारत की प्रथम महिला बैरिस्टर के बारे में...

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  23. फोटो के साथ नाम होते तो बढ़िया लगता... पता चलता कि कौन कौन है... उड़न जी को सभी पहचानते हैं.. बाकियों से भी परिचय हो जाता ..

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पढ़ लिए न..अब टीपीए....मुदा एगो बात का ध्यान रखियेगा..किसी के प्रति गुस्सा मत निकालिएगा..अरे हमरे लिए नहीं..हमपे हैं .....तो निकालिए न...और दूसरों के लिए.....मगर जानते हैं ..जो काम मीठे बोल और भाषा करते हैं ...कोई और भाषा नहीं कर पाती..आजमा के देखिये..