गुरुवार, 24 मई 2012

आओ ब्लॉगिंग की हम वाट लगाएं ...........












आओ ब्लॉगिंग की हम वाट लगाएं ,
सुलग रही चिंगारी पर घी डाल कर आग लगाएं ,

जब संपादक मैग्जीनों अखबारों के खूब गरियाते ,
तो फ़िर ब्लॉगर ही खुद ब्लॉगिंग को काहे नहीं गरियाएं ,

दाम लगे न फ़िटकरी , रंग भी चोखा आए ,
अपमान करे ये किसकी हिम्मत , सम्मान भी काहे करवाएं ,

बवाल हो ,बेमिसाल हो, फ़ौरन ही सब दौडे  आएं ,
अपना ब्लॉग है फ़िर काहे नहीं मौज की अपनी खाट बिछाएं ,

रसातल में ले चलें लो इसको, चलो इतनी फ़िर भद्द पिटाएं ,
छोड शब्द विचार तर्क , आओ मित्रों, अब लट्ठ उठाएं ,

कोई नया सोचे न कभी भी , उसके मन को इतना कल्पाएं ,
धधक धधक के जले रे ब्लॉगिंग , ब्लॉगर से पेट्रोल बन जाएं ,

माहौल मिज़ाज़ है गर्म यहां अभी , चल रही है देखो गर्म हवाएं ,
लाल बुझक्कड के सब नाना , फ़िर काहे किसी को समझाएं ,

छोडिए अब ये गदहा पचीसी , क्यों न ऐसा नियम बनाएं ,
लेखन पर ही हो बात हमेशा , ब्लॉगर का क्यों नाम ही लाएं ??

या फ़िर ब्लॉगिंग तो , नासपीटी , कब की होली ,
चलिए अपन भी अब , भाड में जाएं , भाड में जाएं ॥ 

17 टिप्‍पणियां:

  1. :):) अब तो सब वाट ही लगा रहे हैं .... बढ़िया व्यंग

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  2. आप ऐसे ही मार्गदर्शन करते रहिए ... हम सब आपके साथ है !

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  3. संगीता स्वरुप ( गीत ) ने आपकी पोस्ट " आओ ब्लॉगिंग की हम वाट लगाएं ........... " पर एक टिप्पणी छोड़ी है:

    :):) अब तो सब वाट ही लगा रहे हैं .... बढ़िया व्यंग

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  4. छोडिए अब ये गदहा पचीसी , क्यों न ऐसा नियम बनाएं ,
    लेखन पर ही हो बात हमेशा , ब्लॉगर का क्यों नाम ही लाएं ??

    यह तो सार्थक उपाय है, वाट नहीं लगेगी

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  5. Great .

    औरत की हक़ीक़त Part 4 (प्रेम और वासना की रहस्यमय प...

    http://auratkihaqiqat.blogspot.com/2012/05/part-4-dr-anwer-jamal.html

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  6. अरे वाह अजय जी आज आपने भी आखिर लिख ही मारा :))) वैसे देखिये ब्लोगिंग शब्द आपकी ज़ुबान पर भी आ ही गया देखा दिल मे दर्द होता है तो सब सच आ ही जाता है ज़ुबान पर ……………

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  7. आओ ब्लॉगिंग की हम वाट लगाएं ,
    सुलग रही चिंगारी पर घी डाल कर आग लगाएं ,

    मैं समझ सकता हूँ कि आपने पेट्रोल की जगह घी का इस्तेमाल क्यों किया :) :)

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  8. ये दौर भी गुजर जायेगा । अभी तो इसी का आनंद लें ।

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  9. अरे झा जी हमारी टिप्पणी कहाँ गयी ? क्या पसन्द नही आयी? :))))))))

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  10. वन्दना ने आपकी पोस्ट " आओ ब्लॉगिंग की हम वाट लगाएं ........... " पर एक टिप्पणी छोड़ी है:

    अरे वाह अजय जी आज आपने भी आखिर लिख ही मारा :))) वैसे देखिये ब्लोगिंग शब्द आपकी ज़ुबान पर भी आ ही गया देखा दिल मे दर्द होता है तो सब सच आ ही जाता है ज़ुबान पर ……………

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  11. वन्दना जी ,

    पोस्ट पर की गई टिप्पणी प्रकाशित न की जाए , ये कभी हो नहीं सकता , कम से कम मेरी पोस्टों पर तो जरूर ही । ई ससुरे ब्लॉगर जी की कृपा है आजकल इनको लू लगा हुआ है । आपने सच कहा , लेकिन कभी कभी कांटे को बाहर निकालने के लिए कांटा ही चुभान पडता है , और मेरा उद्देश्य सिर्फ़ इतना कहना भर है ,

    "छोडिए अब ये गदहा पचीसी , क्यों न ऐसा नियम बनाएं ,
    लेखन पर ही हो बात हमेशा , ब्लॉगर का क्यों नाम ही लाएं ??"

    बकिया तो सब आनी जानी है । और आपकी टिप्पणी पसंद नापसंद का कैसा सवाल जी , आपकी हर प्रतिक्रिया सर माथे पर जी ।

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  12. अरे यह क्या "झा" जी वैसे ही ब्लॉगिंग की वाट लगाने वाले कम नहीं और अब आप भी शुरू हो जाएँगे तो कैसे काम चलेगा :-)

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  13. बहुत अच्छा भाई जी .........................

    कुछ हमारी भी पढ़ लो http://bindaasyuva.blogspot.com

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  14. इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.

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पढ़ लिए न..अब टीपीए....मुदा एगो बात का ध्यान रखियेगा..किसी के प्रति गुस्सा मत निकालिएगा..अरे हमरे लिए नहीं..हमपे हैं .....तो निकालिए न...और दूसरों के लिए.....मगर जानते हैं ..जो काम मीठे बोल और भाषा करते हैं ...कोई और भाषा नहीं कर पाती..आजमा के देखिये..