चिट्ठा चर्चा दोबारा शुरू -हिंदी ब्लॉगिंग को दोबारा लौटाने का एक प्रयास
जैसे जैसे ब्लॉगिंग की तरफ लौट रहा हूँ तो देख रहा हूँ कि हिंदी ब्लॉगिंग का प्रवाह सच में ही बहुत कम हो गया है | हालत ये है की पूरे दिन में यदि पचास पोस्टें भी नज़रों के सामने से गुज़र रही हैं तो उसमें से दस तो वही पोस्टें हैं जो इन पोस्टों के लिंक्स लगा रही हैं |
टिप्पणियों का हाल तो और भी खस्ता है | अधिकाँश पोस्टों पर सिर्फ यही देखने पढ़ने को मिल रहा है की आपकी पोस्ट का लिंक फलाना ढिमकाना में लगाया गया है आकर जरूर देखें | जबकि पोस्टों को चुनने सहेजने वाले ब्लॉगर मित्र खुद अपनी राय तक नहीं दे रहे हैं वहां |
समाचारों को ब्लॉग पोस्ट में चस्पा करके लगातार जाने कितनी ही पोस्टों का प्रकाशन किया जा रहा है | विषयवार सामग्री तलाशने वालों के लिए ये निश्चित रूप से निराश करने वाली बात है | सभी ब्लॉगर मित्र एक साथ धीरे धीरे ही सही प्रयास शुरू करें तो ये महत्वपूर्ण विधा फिर से अपनी रफ़्तार पकड़ लेगी मुझे पूरा यकीन है |
अपने स्तम्भ ब्लॉग बातें के लिए मुझे एक विषय पर गिन कर दस पोस्टें भी पढ़ने को नहीं मिलीं | फिलहाल मैं अपने इसी ब्लॉग झा जी कहिन पर चिट्ठा चर्चा (सिर्फ पोस्टों के लिंक्स नहीं ) शुरू करने जा रहा हूँ | जहाँ पोस्टों को पढ़ कर उनका विश्लेषण व चर्चा करूँगा , एक पाठक के रूप में एक ब्लॉगर के रूप में भी और ये काम बहुत जल्द शुरू करूंगा
आप तमाम मित्र मुझे अपने ब्लॉग के लिंक अपनी पोस्ट के लिंक और ब्लॉग से सम्बंधित कुछ भी मेरे मेल में ,मेरे फेसबुक पर ट्विट्टर कहीं भी थमा सुझा सकते हैं | इस विधा को दोबारा से अपनी रवानी में लाने के लिए निरंतर किए जाने वाले इस प्रयास में मुझे आप सबका साथ चाहिए होगा , आप देंगे न साथ मेरा
ajaykumarjha1973@gmail.com
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एक अच्छी शुरुआत के लिए आपके विचार सराहनीय
जवाब देंहटाएंहैं ।
प्रतिक्रिया के लिए आभार आपका मीना जी ।
हटाएंसाधुवाद
जवाब देंहटाएंआभार सर ।
जवाब देंहटाएंजी अवश्य कोई न कोई प्रयास करना ही चाहिए ..ब्लॉग जगत के सुस्त रफ्तार में कुछ तो ताज़गी आये।
जवाब देंहटाएंसादर।
सच कहा आपने | बहुत बहुत शुक्रिया और आभार आपका श्वेता जी
हटाएंब्लॉग पञ्च जैसी नई सोच और परिकलपना के लिए आपका आभार तुलसी भाई | स्वागत योग्य कदम है |
जवाब देंहटाएंअच्छी शुरुआत
जवाब देंहटाएंशुक्रिया संजय जी
हटाएंस्वागत है आपका ... इसे एक्टिव करिए जितना जल्दी हो ...
जवाब देंहटाएंजी कोशिश यही रहेगी कि गाड़ी जल्दी ही रफ़्तार पकड़ ले
हटाएंहम भी आ गए है लेकिन अभी ब्लागर अटपटा से लग रहा है नया नया सा
जवाब देंहटाएंकोई बात नहीं धीरू भाई घर अपना ही है फिर से अपने जैसा लगने लगेगा
हटाएंधन्यवाद आदरणीय
जवाब देंहटाएंमैं आपको नियमित रूप से देख रहा हूँ तुलसी भाई | बहुत ही कमाल काम कर रहे हैं आप
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