शुक्रवार, 14 दिसंबर 2007

बचवा सब बड़ा हो गया है जी

बुद्रूक्वा का एही आदत था कि जाबो आयेगा एगो नायका खबर सुनाएगा । ई बार भी चिचियाते पहुंचा। हम कहे कि का हुआ रे, तोरे फरीदाबाद नोइडा में सब कुछ ठीक त हाउ ना?

अरे कहाँ झोल्तान्मा भैया अबकी त जुलुम हो गवा। पास के एगो इस्कूल में दू ठो आठमा का बच्चा अपने साथिये को गोली दाग धिहिस, पूरा इलाका संसनायल है।

का कह रहा , बचवा सब ग्लिबारी किये है आ ऊऊ भी अपना साथिये को मार धिहिस। साला ई सब अमरीकन बँटा जा दरहा है ससुरा।

का मतबल झोल्तानमा भैया, ई से अमरीका का कौन रेलेशन है हो, आप त सब कुछ में अमेरिके का दोष बता देते हैं।

आरे, तोरे का लगता है ई बम गोली वाला ideaa पहिले अमेरिके में न आविष्कार होता है। ऊ ससुरा अन्ग्रेज्वा सब यही अंट-शंट सीखता सिखाता रहता है आउउर अपन बछवा सब भी ओईसने होता जा रहल है । तोहरा याद नहीं है पिछला साल भी एगो दोसर बडका इस्कूल के एक ठो लड़का-लडकी के मोबाईल सिनेमा (ऍम ऍम अस ) से काटना बवाल मचा था। मुदा एगो बात त है ई जतना बडका इस्कूल है ना ई सब छूछे इंटरनेशनल नहीं लिखता है ई सब में पढाई इंटरनेशनल हो ना हो मुदा ई सब काम इंटरनेशनल लेवल का होता है। ना त तू ही बता सरकारी इस्कूल का धिया पुता सब खाले सिनेमे में रिवाल्वर देखा होगा ओकरा त बेचारा सब के खिचडी खे से फुरसत नहीं होगा त ग्लिई बारी का करेगा।


सुने हैं झोल्तानमा भैया के ई कन्द्वा के तीनो बच्चा के बाप लोग प्रोपर्टी डीलर आ बिल्डर लोग हैं।

आएँ ई कौन काम है रे हम त बस ई मिटटी टेल ,चीनी गेहूँ बाटें वाला डीलर का नाम सुने थे ।

अरे नहीं भिया ई अलग हैं। ठक-ठीक त हमरो ना मालोम है मुदा सुने हैं के ई सब ओ लोग हैं जो मकान मालिक सबके एहसास दिलाता है कि आपका मकान सचमुच आप्हे का है आउउर किरायेदार लोग के भी कह के रखता है कि हमरे रहते तोरा मकान मालिक का बाप भी नहीं निकाल सकता है । बिल्डर सब दूसरा लोग सब का बिल्डिंग आ घर बनाता है।

अरे मार ससुरा सब के का बनाएगा दोसरा के घर ई सबसे जब अपना घर नहीं संभालता है। रे बुदृक्वा सौ बात के एक बात त ई है कि ई बदलता युग में अपन बचवा सब बचवा नहीं रह गया है, बहुत बड़का हो गया है रे, जाने अभी आउउर का का होगा?

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पढ़ लिए न..अब टीपीए....मुदा एगो बात का ध्यान रखियेगा..किसी के प्रति गुस्सा मत निकालिएगा..अरे हमरे लिए नहीं..हमपे हैं .....तो निकालिए न...और दूसरों के लिए.....मगर जानते हैं ..जो काम मीठे बोल और भाषा करते हैं ...कोई और भाषा नहीं कर पाती..आजमा के देखिये..