सोमवार, 14 सितंबर 2009

नहीं जी ,अभी नहीं हुआ जोश ठंडा, पिछले की रपट, अगले का एजेंडा(सम्मेलन रपट)


जिस ब्लोग्गर सम्मेलन की घोषणा हुई बारंबार,
दिल्ली न सही, फ़रीदाबाद सही, हो गयी आखिरकार,

कुछ कवि तैयार थे, ब्लोग्गर्स भी हो गये तैयार,


जुटे कौन कौन, क्या आपने अब तक नहीं है जांचा,


फ़ोटुयें सारी देख ली न, अब मारिये यहां नज़र,


ब्लोग, ब्लोग्गर, ब्लोग्गिंग , में कैसा सबका है विश्वास,


ब्लोग्गर्स मीट के बारे में, यहां कुछ कह रहे इरशाद,


चलिये इत्ती सारी रिपोर्टें तो आपने पढ डाली झटपट,



मगर खींची थी सबने नैंनो से, जिसकी लिंक नहीं बन पाई...


ये तो थी रपट पिछले की अब अगले का जानिये एजेंडा,
जल्दी ही मिलना है फ़िर, जोश न पडे ये ठंडा..


इस बार के सम्मेलन का बस एक ही होगा फ़ंडा,
हर तरफ़ ब्लोग्गिंग की बातें,, ब्लोग्गिंग का ही झंडा,


अपना परिचय, और कैसे पहुंचे ब्लोग्गिंग में, पहले होगी बात,
फ़िर जानेंगे इस ब्लोग्गिंग से क्या पाते हैं आप....?


ब्लोग्गिंग की दशा और दिशा पर भी करेंगे फ़िर विचार,
अपनी अपनी शिकायत-सुझाव , आप रखें तैयार,


सब कहेंगे , सब सुनेंगे, हो कर समय के पाबंद,
इसके बाद पेट के चूहों की चिंता, न हों फ़िक्रमंद...


फ़ोटो-शोटो, भी ली जायेंगी, करेंगे इक डायरेक्ट्री सी तैयार,
सबका परिचय,पता, और नंबर, छपेगा, जिनको होगा स्वीकार,


मीडिया मित्रों को भेजेंगे न्योता, कहेंगे उनको आने को,
आग्रह होगा ,देखें छापें, इसे जन जन तक पहंचाने को...


अविनाश भाई के आदेश पर ये चर्चा है तैयार हुई...
जब तक आप पढेंगे इसको, तब तक करता हूं,चर्चा तैयार नई.....(नियमित वाली)....





13 टिप्‍पणियां:

  1. बहुत बढिया लिखा है .. अगली ब्‍लागर्स मीट के लिए हम तैयारी कर रहे हैं !!

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  2. इस छंदमयी रपट के लिये हार्दिक धन्यवाद.

    रामराम.

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  3. वाह
    अगली बार
    शायद मै भी
    हो जाऊं तैयार

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  4. आप का प्रस्तुतिकरण का अंदाज निराला है।

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  5. जोश बरकरार रखें...


    हिंदी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ.

    कृप्या अपने किसी मित्र या परिवार के सदस्य का एक नया हिन्दी चिट्ठा शुरू करवा कर इस दिवस विशेष पर हिन्दी के प्रचार एवं प्रसार का संकल्प लिजिये.

    जय हिन्दी!

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  6. नये नये ब्लोगर देखे
    नयी नयी प्रीत रे
    फ़रिदबाद मै हुई है
    ब्लोगर की मीट रे

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  7. वाह..... इसी बहाने मुलाकात बढ़िया रही

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  8. निरन्तर विकासमान अभिनव शैली । चर्चा और चर्चा का प्रभाव गजब है । आभार ।

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  9. ये भी बढ़िया है जी। हिंदी-दिवस की शुभकामनाएं और नियमित चर्चा का इंतज़ार।

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  10. @ उलूक
    स्‍पष्‍ट कीजिए
    छंदमयी चर्चा के लिए
    अथवा
    महासम्‍मेलन में दिन गुजारने के लिए।

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पढ़ लिए न..अब टीपीए....मुदा एगो बात का ध्यान रखियेगा..किसी के प्रति गुस्सा मत निकालिएगा..अरे हमरे लिए नहीं..हमपे हैं .....तो निकालिए न...और दूसरों के लिए.....मगर जानते हैं ..जो काम मीठे बोल और भाषा करते हैं ...कोई और भाषा नहीं कर पाती..आजमा के देखिये..