गुरुवार, 7 अप्रैल 2011

जंतर मंतर से लौट कर -2 .......अन्ना की आंधी में उड जाएगी हुकूमत

देखिए कि एक संत ने फ़िर से छेड दी है आजादी की दूसरी लडाई ....और जानिए ..क्योंकि अब नहीं निकले आप अपने घरों से तो फ़िर ..कब निकलेंगें ...लिखिए पढिए ..बहस करिए ....हर तरफ़ से एक आवाज उठनी चाहिए कि जो इस बहरी सरकार के कान के पर्दों को फ़ाड के रख दे .....बताइए आप हैं न साथ ....???

9 टिप्‍पणियां:

  1. हमारे बच्चों के लिये एक सुन्दर देश।

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  2. हमें तो बहुत देर से इंतेज़ार था इस युगपुरुष का ॥

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  3. क्या एक अच्छी बात को कोई अच्छा आदमी दोबारा नहीं कह सकता ?
    हमारे पोस्ट डालते ही अजय कुमार जी ने फटाक से एडिट करके पोस्ट ही बदल डाली .
    हम तो आपके सहस को सलाम ही करते रह गए .
    हा हा हा
    http://aajkamudda.blogspot.com/2011/04/1.html

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  4. अन्ना हज़ारे के साथ होने के लिये गैरराजनितिक होना जरूरी है इसलिये सारी लेकिन हर राजनेता चोर नही होता यह भी जानना जरुरी है .

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  5. अन्ना ठहरे फ़ौजी ऐसे नेताओं को सीधा करके मानेंगे।

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पढ़ लिए न..अब टीपीए....मुदा एगो बात का ध्यान रखियेगा..किसी के प्रति गुस्सा मत निकालिएगा..अरे हमरे लिए नहीं..हमपे हैं .....तो निकालिए न...और दूसरों के लिए.....मगर जानते हैं ..जो काम मीठे बोल और भाषा करते हैं ...कोई और भाषा नहीं कर पाती..आजमा के देखिये..