देखिए कि एक संत ने फ़िर से छेड दी है आजादी की दूसरी लडाई ....और जानिए ..क्योंकि अब नहीं निकले आप अपने घरों से तो फ़िर ..कब निकलेंगें ...लिखिए पढिए ..बहस करिए ....हर तरफ़ से एक आवाज उठनी चाहिए कि जो इस बहरी सरकार के कान के पर्दों को फ़ाड के रख दे .....बताइए आप हैं न साथ ....??? |
हम अन्ना के साथ हैं...
जवाब देंहटाएंवाह ..शानदार ...
जवाब देंहटाएंअभी फिर से रिंग करते हैं...
जवाब देंहटाएंहमारे बच्चों के लिये एक सुन्दर देश।
जवाब देंहटाएंहमें तो बहुत देर से इंतेज़ार था इस युगपुरुष का ॥
जवाब देंहटाएंक्या एक अच्छी बात को कोई अच्छा आदमी दोबारा नहीं कह सकता ?
जवाब देंहटाएंहमारे पोस्ट डालते ही अजय कुमार जी ने फटाक से एडिट करके पोस्ट ही बदल डाली .
हम तो आपके सहस को सलाम ही करते रह गए .
हा हा हा
http://aajkamudda.blogspot.com/2011/04/1.html
सार्थक आव्हान ...सार्थक सन्देश
जवाब देंहटाएंअन्ना हज़ारे के साथ होने के लिये गैरराजनितिक होना जरूरी है इसलिये सारी लेकिन हर राजनेता चोर नही होता यह भी जानना जरुरी है .
जवाब देंहटाएंअन्ना ठहरे फ़ौजी ऐसे नेताओं को सीधा करके मानेंगे।
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