आज बात करते हैं टमाटरों की। आप सबने पिछले कई दिनों में जिज्ञासा ज़ाहिर की है कि टमाटरों के लिए क्या कैसे करना चाहिए तो मैं जो करता हूँ वो आप के साथ साझा करता हूँ।
गमला ; छोटा न हो , माध्यम आकार का हो तो उत्तम और बड़ा हो तो सर्वोत्तम
मिट्टी ; अच्छी हो तो उत्तम और बढ़िया नमी रखने वाली काली मिट्टी हो तो सर्वोत्तम
बीज ; दो तरह के मिलते हैं बाज़ार में ,देसी और हाइब्रिड ,दोनों ही अच्छा काम करती हैं
मौसम ; बहुत अधिक गर्मी और बहुत अधिक सर्दी के मौसम को छोड़कर साल भर
टमाटर के बीजों को छिड़क कर [यदि आपके पास बीजों के लिए अलग से सीड्स बेड बने हुए हैं तो ] ऊपर से मिटटी की हलकी परत से ढक कर पानी के हलके छींटें मार दें। यदि सीधा गमलों में ही उगाना चाह रहे हैं तो एक गमले में सिर्फ एक बीज डालें। ध्यान रहे कि पानी बहुत ज्यादा नहीं डालना है उतना ही कि मिट्टी सूखी भी न रहे और बहुत गीली तो कतई न रहे।
पौधों के निकलने पर उन्हें सीड्स बेड से सावधानी से बिना जड़ हिलाए गमलों में स्थानांन्तरित कर लें। गमलों में ही हैं पहले से तो फिर जरूरत नहीं है कुछ भी करने की।
पानी देते समय ध्यान ये रखने की योग्य बात है कि छोटे पौधे बहुत ही नाजुक होते हैं इनके ,तो न तो ये झुकने पाएं न ही इनका शीर्ष मुड़ने पाए। सहारे के लिए छोटी से बेंत ,सींक आदि का इस्तेमाल करने से बेहतर रहता है और पौधे भी सुरक्षित रहते हैं।
40-50 दिनों के अंदर इनकी फुनगी पर पीले फूल चमकने लगेंगे और उसके 7 दिनों के अंदर ही नन्हें टमाटर दिखने लगेंगे।
अब सबसे जरूरी काम ये करना होगा कि इनके शीर्ष को ,और उनको विशेषकर जिन पर टमाटर दिखने लगे हैं उन्हें सावधानी से पतले धागे डोरी आदि से सहारे के लिए लगाई हुई सींक\बेंत आदि से इस तरह से स्ट्रिंग कर दें यानि बाँध दें ताकि टमाटर का भार पड़ने पर भी वो शीर्ष झुक कर टमाटर के विकास को रोक न दे।
बस फिर क्या शुरू हो जाइये ,उगाइये अपने हरे और लाल टमाटर।
चलो ये हमारे काम की चीज है ।
जवाब देंहटाएंआभार दीदी । अब ऐसी पोस्टें भी डलेंगे फिर
हटाएंझा जी , बीज ना हो तो टमाटर के स्लाईस से पौधा बना सकते है ?
जवाब देंहटाएंखाद क्या रहेगी ?
धूप कितनी चाहिये ?
कितने दिनों की पनीरी को गमले में शिफ्ट करना है ?
कृपया बताये ।
आपके प्रश्नों के उत्तर
हटाएंबिल्कुल बना सकते हैं लेकिन बागवानी में दक्ष हों तो ही ।।
खाद साधारण ही रहेगी , घर की बनी हुई हो , गोबर , कीच आदि
धूप अच्छी चाहिए अन्यथा छोटे पौधों को कीट परेशान कर सकते हैं
10 से पंद्रह दिन के नन्हें पौधे को
आभार
जवाब देंहटाएंहमने तो एक फसल ले ली जी
और अब फिर से तैयार हैं
प्रणाम
वाह क्या बात है
हटाएंआजकल एक काम ये भी हो रहा है. लॉकडाउन के कारण वहीं का वहीं रुका पड़ा है. इसमें छूट मिलते ही बागवानी में लगना है.
जवाब देंहटाएंजरूर । ये बहुत सुकूनदायक भी है
हटाएंहम सोच रहे हैं यहाँ लगा दें पर अभी भयंकर गर्मी आने वाली है !!!
जवाब देंहटाएंअभी नहीं अधिक गर्मी में इसके पौधे झुलस जाते हैं ।
हटाएंआपका आभार और शुक्रिया शास्त्री जी
जवाब देंहटाएंउपयोगी जानकारी, अजय भाई।
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत शुक्रिया और आभार ज्योति जी
हटाएंइतने लाल ...
जवाब देंहटाएंपूरी जानकारी के साथ लिखही ... भाई वाह ...
आभार सर। सबकी जिज्ञासा थी सर सो इसी बहाने लिख डाला
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