चर्चा बाबू , पोज में |
आपको पता है हिंदी ब्लॉगिंग में आपकी स्थिति क्या है :- अभी तो ई पता लगाने में बिजी हैं कि हिंदी ब्लॉगिंग की स्थिति क्या है
न अब मुस्कुराते नहीं बनता : हां , यही कह रही है जनता
वे दो : पढ लो
अजीब या रोचक : हम रह गए भौंचक्क
एक खबर एक दुविधा : के हिसाब से पर खबर एक दुविधा का एवरेज बन गया
उत्तर प्रदेश पुलिस में राजनीति : अच्छा , क्या बहिन जी जीप के बदले हाथी दे रही हैं पुलिस को
बारिश से ठीक पहले : लिखी पोस्ट को बारिश खत्म होने से पहले ही पढ जाना चाहिए
अन्ना हज़ारे और पीसी बाबू : बीमारे बेचारे दिग्गी बाबू
मैं जब भी अकेली होती हूं : एक धांसू पोस्ट का आइडिया आ ही जाता है
जीत को तरस रही टीम इंडिया : फ़ौरन ही बांग्लादेश के साथ मैच खेलना चाहिए
आखिर हम बांग्लादेश से हार गए : ल्यो इहां तो उलटा ही हो गया ..ई तो पहिले ही हार गए जी
अंक 100 के बारे में : बहुत मेथामेटिकल पोस्ट है भाई
अब हम वनडे सीरीज़ में तीर मारेंगे : अरिस्स साला , किरकेट से डायरेक्ट तीरअंदाज़ी ..केतना टेलेंटेड टीम है भाई
कबाडखाने की दो हज़ारवीं पोस्ट : ये कबाडखाना फ़लता फ़ूलता रहे दोस्त
ये जो सामान रखा है : बडा कमाल है , खुदे देखिए
ये तो मैं भी कर सकता हूं : मैं नहीं कर सकता , मैं तो गरिया सकता हूं खाली
पीले जूते वाली लडकी : जहां भी मिले , उसके जूते फ़ौरन ब्लैक पॉलिश करवाए जाएं
कविता और बाज़ार : दुन्नो एक्के साथ
वो कुंभकरन की पोती है : और मेघनाद का नाती भी दिखा क्या कहीं
धत प्यार क्या होता है जी ? ये हम नहीं जानते : हट , ये कितना भी कह लें आप , हम नहीं मानते
छोटी बात , बडी बात : दोनों को मिलाकर , एक अच्छी पोस्ट तैयार हो सकती है
हमको यकीन है कि ई पोस्ट के बाद ....झा जी कहिन ..का अनुसरक सूची ..शतक मार लेगा ....जय हो आज के वन लाइनर देखिए हम फ़िर कल मिलते हैं
रोचक ।
जवाब देंहटाएंशतक भी लग गया ।
अरे सचिन का नहीं , आपका ।
आपकी पसंद अच्छी लगी। कई ब्लॉग पर आज पहली बार गया।
जवाब देंहटाएंबड़े सुन्दर सूत्र।
जवाब देंहटाएंअभी नॉट आउट है आप , शतक मुबारक हो
जवाब देंहटाएंअब तो 101 हो गए भाई..
जवाब देंहटाएंअब जल्दी से खिलादो मिठाई।
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ये है ब्लॉग समीक्षा की 32वीं कड़ी..
मिलें पैसे बरसाने वाला भूत से...
शतकवीर अजय भाई की जय हो.
जवाब देंहटाएंअब तो शतक लगाने के साथ ही एक ऊपर से सगुन भी मिल गया है .....रोचक अंदाज
जवाब देंहटाएंभईया जी अब तो इश्माईल कीजिये ... वैसे हम भी अटके हुए है ९७ पर ... गाडी आगे बढती ही नहीं ... हम भी ऐसा ही कुछ करें का ???
जवाब देंहटाएंहमारी पोस्ट इस चर्चा में शामिल करने के लिए आपका बहुत बहुत आभार !
बड़े सुन्दर सूत्र। धन्यवाद|
जवाब देंहटाएंबहुत बढिया ..
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