आज एक और चर्चा मंच की शुरूआत हो गई ......देखा आपने अलख जगाने की देर होती है फ़िर तो चारों ओर रोशनी ही रोशनी बिखर जाती है .....स्वागत है हर नई कोशिश का .....हर नए कदम का ।चाहे वो चर्चा मंच का हो या और कोई नया विचार । अभी तो बहुत कुछ करना है हमें आपको ....बस साथ बना रहे आपसी स्नेह बना रहे तो कुछ भी नामुमकिन नहीं .....और न ही ये कि किसी का योगदान बहुत अधिक और किसी का बहुत कम है । जरूरी तो वो पाठक भी है जो सर्च इंजनों में , हमारे ब्लोग या पोस्ट के शीर्षक पढ के कौतूहलवश चला आता है ॥.....तो आप सब हैं न साथ मेरे .....एक दूसरे के ..........उम्मीद है कि जवाब हां ही है ..........॥ और मेरी उम्मीद कभी नहीं टूटती ...॥
जाने क्या क्या लिखते पढते हम वक्त करते बर्बाद,
देखिए आज सबसे जरूरी करना था किसको याद ॥
अब तो चर्चा मिलेगी हर वक्त , डिनर हो या लंच,
शास्त्री जी भी ले कर आ गए एक और चर्चा मंच ॥
साल भर की ब्लोग्गिंग का विश्लेषण कर रहे रविंद्र प्रभात,
आप भी कीजिए भ्रमण ब्लोगजगत का उनके ब्लोग के साथ ॥
यहां पहुंचिये और देखिए कल की बात ,
इस पोस्ट की अनोखी बार है हजरात ॥
खुशदीप मियां के फ़ील गुड का अनोखा है अंदाज,
बता रहे हैं ब्लोग्गिंग में जल्दी ही होगा कमाई का आगाज ॥
आजकल एक विषय पर पोस्टों की लगी हुई है झडी,
आज गोदियाल जी ने सबको सुनाई खरी खरी ॥
पढते पढते आज ये लेखन भी खूब मिला ,
शीर्षक ही ऐसा है , बुरा क्यों देखन मैं चला ॥
आज फ़िर एक दिलचस्प प्रश्न उठा रही है नारी ,
आप भी उत्तर देने की कर लिजीए तैयारी ॥
हमें थी चाहत कुछ अच्छा पढने की ,
इन्हें थी , मील का पत्थर बनने की ॥
कह रही अदा , हाय हुई ऊंचाईयों का शिकार,
आज पुराने अंदाज में उन्हें पढने को हो जाईये तैयार ॥
स्वप्निल दिखा रही देखो कितना कोहरा है छाया,
आप जा के देखिए मैं तो पहले ही देख आया ॥
शनिवार का दिन है आज आए ताऊ की पहेली,
अजी क्या खाक करते हो आप यदि आपने नहीं है खेली ॥
दीपक की गहरी बात है, आस्तीन का सांप,
यकीन न हो तो , खुद ही पढिए आप ॥
ब्लोगजगत में कौन है दूजा पांडे जी जैसा लिखाडी,
राजधानी की स्पीड में दौडा रहे हैं मालगाडी
सुंदर है कार्टून और सुंदर शब्दों के भाव,
आप भी देख ही आईये , अविश्वास प्रस्ताव ॥
ललित जी ने आज अजब ये पोस्ट ये लगाई,
यहां मिल रहे हैं दो बिछडे हुए भाई ॥
चिट्ठाचर्चा में आज कार्टूनिस्ट हैं छाए,
बडी मेहनत से चर्चाकार ढूंढ के हैं लाए ॥
सिर्फ़ पांच पंक्तियों में सच निकला अलबेला,
समाज ने अपनी बेटियों को देखें कहां धकेला ॥
वाणी ने अपनी कलम से ऐसी कहानी बुनी,
नाम उसको दिया है दिल और दिमाग की कहासुनी ॥
भेड चाल से भेडिया धसान तक शब्दों का सफ़र है जारी ,
नए नए शब्दों से परिचय कराती पोस्ट बडी है प्यारी ॥
जरा देखिए तो आपको भी क्या ये गज़ल रही है कचोट,
सुलभ भाई की कलम कर रही है सही जगह पे चोट ॥
ब्लोग्गर्स की चिंता पर दिला रहे आज मनोज ध्यान,
आज इस पोस्ट को आप जरूर पढें श्रीमान ॥
मेरा मैं, शीर्षक है कविता का, आप पढ के आईये,
कविता का स्वाद लीजिए, फ़िर टीपियाईये ॥
चर्चा कर रेले हैं मुन्ना भाई और सर्किट,
नए स्टाईल की चर्चा सुपर हिट ॥
लंठ करे आलस , बनिए संग कविता के राही,
आज की रचना है , बस स्याही स्याही
पिछले जनम का छोडिए , जानिए अगले जन्म का राज,
ब्लोग नाम मुझे शिकायत है, खोलने वाले भी हैं राज ॥
उन्मुक्त जी बता रहे हैं सफ़ल वकील क्या करते हैं,
काबिल होते हैं जो वे पहले दिमाग में ही लडते हैं
इस पोस्ट में बता रहे ध्वज का क्या है मान,
मिथिलेश जी की पोस्ट पर आप डालिए ध्यान ॥
यहां लिखा जा रहा है विधि का इतिहास,
द्विवेदी जी की ये श्रंखला, सबके लिए खास ॥
तो आज की चर्चा बस इतनी ......
शास्त्री जी के चर्चा मंच का भी स्वागत है और इहां तो दो लाईना टकाटक चल ही रही हैं, बेहतरीन झा जी.
जवाब देंहटाएंचर्चा की आप की फार्म पसंद आई!
जवाब देंहटाएंबढ़िया चर्चा।
जवाब देंहटाएंबहुत बढिया .. बहुत लंबी रही आज की चिट्ठा चर्चा !!
जवाब देंहटाएंउम्दा चर्चा रही , आभार ।
जवाब देंहटाएंबिना भेदभाव की गई चर्चा
जवाब देंहटाएंबी एस पाबला
हम तो तेरी चर्चा के आशिक है सदियों पुराने,
जवाब देंहटाएंचाहे तू माने, चाहे न माने...
जय हिंद...
बहुत बढिया दु लाईना
जवाब देंहटाएंचांदनी चौक टु चाईना
बेहतरीन चर्चा है हर बार की तरह । ताजगी रहती है चर्चा में । आभार ।
जवाब देंहटाएंझा साब
जवाब देंहटाएंगज़ब हो गया जी
बहुत अनोखी ओर सुंदर चर्चा.
जवाब देंहटाएंधन्यवाद
जवाब देंहटाएंफटाफट चर्चा - धकाधक लिंक
दू लाइनों में आप क्या कमाल दिखाते हैं...
जवाब देंहटाएंअच्छे अच्छे चिट्ठों तक सबको जो पहुंचाते हैं
मस्त..
जवाब देंहटाएंई मस्त चर्चा है, फ़टाफ़ट क्रिकेट जैसी कि पूरा मजा आये :)
जवाब देंहटाएंदो लाईनों में सिमट आया ब्लॉग संसार
जवाब देंहटाएंअजय झा जी!
जवाब देंहटाएंआपने दो लाइनों में तो सागर ही समा दिया।
कुछ दिशा हमें भी मिली!
आभार!
चर्चा अच्छी लगी।
जवाब देंहटाएंअच्छी चर्चा।
जवाब देंहटाएंदो पंक्ति में आपकी कोशिश बिल्कुल खास।
जवाब देंहटाएंसुमन सराहे आपको अच्छा लगा प्रयास।।
सादर
श्यामल सुमन
09955373288
www.manoramsuman.blogspot.com
आपकी ये दू लाईना है कि अफ़ीम की गोली? हमको तो चस्का लग गया झा जी इन दू लाईना का.
जवाब देंहटाएंरामराम.
सुन्दर चर्चा !!!!!
जवाब देंहटाएंबहुत बडिया रही चर्चा धन्यवाद्
जवाब देंहटाएंचर्चा का पर्चा
जवाब देंहटाएंमस्त है भाई।
charcha hamesha ki tarah bemisaal rahi bhai saab... kshama chahta hoon aajkal aniyamit rahne ke liye...
जवाब देंहटाएंJai Hind...
charcha hamesha ki tarah bemisaal rahi bhai saab... kshama chahta hoon aajkal aniyamit rahne ke liye...
जवाब देंहटाएंJai Hind...
अरे वाह! चर्चा का ऐसा अंदाज़
जवाब देंहटाएंवाकई आप ब्लोगरी के है सरताज