आओ ब्लॉगिंग की हम वाट लगाएं ...........
आओ ब्लॉगिंग की हम वाट लगाएं ,
सुलग रही चिंगारी पर घी डाल कर आग लगाएं ,
जब संपादक मैग्जीनों अखबारों के खूब गरियाते ,
तो फ़िर ब्लॉगर ही खुद ब्लॉगिंग को काहे नहीं गरियाएं ,
दाम लगे न फ़िटकरी , रंग भी चोखा आए ,
अपमान करे ये किसकी हिम्मत , सम्मान भी काहे करवाएं ,
बवाल हो ,बेमिसाल हो, फ़ौरन ही सब दौडे आएं ,
अपना ब्लॉग है फ़िर काहे नहीं मौज की अपनी खाट बिछाएं ,
रसातल में ले चलें लो इसको, चलो इतनी फ़िर भद्द पिटाएं ,
छोड शब्द विचार तर्क , आओ मित्रों, अब लट्ठ उठाएं ,
कोई नया सोचे न कभी भी , उसके मन को इतना कल्पाएं ,
धधक धधक के जले रे ब्लॉगिंग , ब्लॉगर से पेट्रोल बन जाएं ,
माहौल मिज़ाज़ है गर्म यहां अभी , चल रही है देखो गर्म हवाएं ,
लाल बुझक्कड के सब नाना , फ़िर काहे किसी को समझाएं ,
छोडिए अब ये गदहा पचीसी , क्यों न ऐसा नियम बनाएं ,
लेखन पर ही हो बात हमेशा , ब्लॉगर का क्यों नाम ही लाएं ??
या फ़िर ब्लॉगिंग तो , नासपीटी , कब की होली ,
चलिए अपन भी अब , भाड में जाएं , भाड में जाएं ॥
:):) अब तो सब वाट ही लगा रहे हैं .... बढ़िया व्यंग
जवाब देंहटाएंआप ऐसे ही मार्गदर्शन करते रहिए ... हम सब आपके साथ है !
जवाब देंहटाएंसंगीता स्वरुप ( गीत ) ने आपकी पोस्ट " आओ ब्लॉगिंग की हम वाट लगाएं ........... " पर एक टिप्पणी छोड़ी है:
जवाब देंहटाएं:):) अब तो सब वाट ही लगा रहे हैं .... बढ़िया व्यंग
छोडिए अब ये गदहा पचीसी , क्यों न ऐसा नियम बनाएं ,
जवाब देंहटाएंलेखन पर ही हो बात हमेशा , ब्लॉगर का क्यों नाम ही लाएं ??
यह तो सार्थक उपाय है, वाट नहीं लगेगी
Great .
जवाब देंहटाएंऔरत की हक़ीक़त Part 4 (प्रेम और वासना की रहस्यमय प...
http://auratkihaqiqat.blogspot.com/2012/05/part-4-dr-anwer-jamal.html
अजब तमाशा है यह दुनिया..
जवाब देंहटाएंअरे वाह अजय जी आज आपने भी आखिर लिख ही मारा :))) वैसे देखिये ब्लोगिंग शब्द आपकी ज़ुबान पर भी आ ही गया देखा दिल मे दर्द होता है तो सब सच आ ही जाता है ज़ुबान पर ……………
जवाब देंहटाएंआओ ब्लॉगिंग की हम वाट लगाएं ,
जवाब देंहटाएंसुलग रही चिंगारी पर घी डाल कर आग लगाएं ,
मैं समझ सकता हूँ कि आपने पेट्रोल की जगह घी का इस्तेमाल क्यों किया :) :)
ये दौर भी गुजर जायेगा । अभी तो इसी का आनंद लें ।
जवाब देंहटाएंअरे झा जी हमारी टिप्पणी कहाँ गयी ? क्या पसन्द नही आयी? :))))))))
जवाब देंहटाएंbahut badhiya waat lagai !
जवाब देंहटाएंवन्दना ने आपकी पोस्ट " आओ ब्लॉगिंग की हम वाट लगाएं ........... " पर एक टिप्पणी छोड़ी है:
जवाब देंहटाएंअरे वाह अजय जी आज आपने भी आखिर लिख ही मारा :))) वैसे देखिये ब्लोगिंग शब्द आपकी ज़ुबान पर भी आ ही गया देखा दिल मे दर्द होता है तो सब सच आ ही जाता है ज़ुबान पर ……………
वन्दना जी ,
जवाब देंहटाएंपोस्ट पर की गई टिप्पणी प्रकाशित न की जाए , ये कभी हो नहीं सकता , कम से कम मेरी पोस्टों पर तो जरूर ही । ई ससुरे ब्लॉगर जी की कृपा है आजकल इनको लू लगा हुआ है । आपने सच कहा , लेकिन कभी कभी कांटे को बाहर निकालने के लिए कांटा ही चुभान पडता है , और मेरा उद्देश्य सिर्फ़ इतना कहना भर है ,
"छोडिए अब ये गदहा पचीसी , क्यों न ऐसा नियम बनाएं ,
लेखन पर ही हो बात हमेशा , ब्लॉगर का क्यों नाम ही लाएं ??"
बकिया तो सब आनी जानी है । और आपकी टिप्पणी पसंद नापसंद का कैसा सवाल जी , आपकी हर प्रतिक्रिया सर माथे पर जी ।
अरे यह क्या "झा" जी वैसे ही ब्लॉगिंग की वाट लगाने वाले कम नहीं और अब आप भी शुरू हो जाएँगे तो कैसे काम चलेगा :-)
जवाब देंहटाएंsahi hai bhaiya ji..............
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छा भाई जी .........................
जवाब देंहटाएंकुछ हमारी भी पढ़ लो http://bindaasyuva.blogspot.com
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