तस्वीर
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राज भाटिय़ा
- मेरे ब्लॉग
टीम सदस्य
मुझे शिकायत हे. Mujhe Sikayaat Hay.
एक्स्पर्ट कमेंट :-इनको सबसे बडा शिकायत यही है कि इनको किसी से कोई शिकायत ही नहीं है । राज भाई जर्मनी वाले , हमेशा ही भारत की गलियों में मन भटकता रहता है , अपनेपन में बाय डिफ़ॉल्ट मोड में लगे रहते हैं हमेशा ही …..फ़िलहाल यही सोच रहे हैं कि यार पिछली बार तो दिल्ली में चौकी जमी थी अबके रोहतक में तो पूरा लमका चौका जमाएंगे………….तो आ रहे हैं न मिलने के लिए आप सब
मेरे बारे में
समीर लाल की उड़न तश्तरी... जबलपुर से कनाडा तक...सरर्रर्रर्र...
मेरे ब्लॉग
!! लाल और बवाल --- जुगलबन्दी !!
लाल और
एक्स्पर्ट कमेंट :-समीर लाल कनेडा वाले …इनका हरियरका बत्ती जले न जले मुदा कोई ट्रैफ़िक जाम इनका किसी भी ब्लॉग पर टीपने से नहीं रोक सकता …अरे आज तकले नहीं रोक पाया है जी ..देखे नहीं कईसे लिखे हैं ..जबलपुर से कनाडा तक सरर्रर्रर्रर्रर्र….। आजकल इनको ऊ है न थोबडापुस्तक ..अरे फ़ेसबुक भाई ..ऊ पर जौन मर्जी अपने साथे टैग कर देता ..बेचारे एतना टंगाए टंगाए घूमते हैं कि कह रहे थे कि रे भाई हमको भी अब लगता है कि तुम लोग ई सरर्रर्रर्रर्र ..फ़रर्रर्रर्रर्रर्र ..वाला एवरेजवा को गडबडा के रख दोगे । अभी चिंतामग्न दिख रहे थे ..अरे कुछ खास नहीं ..ई सोच रहे थे यार ऊ कौन था जिसके ब्लॉग पर टिप्पणी नहीं दे पाए थे ….उसका मेलवा पर टीप भेजे कि नहीं ……
Dr.Divya Srivastava
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An iron lady !
एक्स्पर्ट कमेंट :-ह्म्म द आयरन लेडी ..विथ मशीन ब्रेन ..जेतना कमाल का टीप से ब्लॉगिंग में खाता खोलीं थीं ..उतना ही धायं ढिशुम पोस्ट आती है ..जब एक बार मैंने लिख दिया तो फ़िर लिखा दिया ….और जिसने पढ लिया ..मजाल है कि बिना बहस में कूदे निकल जाए । और हां ई मत समझिएगा कि आयरन लेडी हैं तो बाहर बाहर से देखेंगी सब कुछ ..एक दम दनादन रिप्लाई भी मिलेगा जी ..बहसियाते जाईये …आपको पते नहीं चलेगा कि कब इंडिया से न्यूजीलैंड तक का सफ़र तय कर लिया आपने .
Albela Khatri
मेरे ब्लॉग
मुक्तक दोहे चौपाई
लाया हूँ चन्द शे'र आपकी महफ़िल में
एक्स्पर्ट कमेंट :-धडाधड ईनाम बंटा रहा है ..लप्प से लिखिए और झप्प से अलबेला सा ईनाम पाईये । अरे ई कौनो ऊ इनाम नहीं है जी कि , आप लिखिएगा फ़िर इनाम में आपको कौनो अजीब कंपनी का गिफ़्ट वाऊचर मिलेगा । ई तो अलबेला भाई का इंस्टैंट एटीएम ईनामी योजना है ..इधर अपना प्रविष्टि आप insert करिए ..दुसरका तरफ़ से ..एक दम टटका नोट पाईये ..हरियर हरियर ..लूटा जाए इनको …अरे जब ई खुदे बैठे हैं लुटने को तो …………
बी एस पाबला
मेरे ब्लॉग
एक्स्पर्ट कमेंट :- हा हा हा …इनके लिए का कहें …और काहे कहें …कुछ कहें न कहें ..कोई न कोई कुछ न कुछ तो कहिए देता है …अरे राम नामें में पा बला लिखते हैं तो केतना देर तक बला सब को टला करते रहेंगे ..। अच्छा अच्छा क्या सोच रहे हैं आजकल ई बताएं …??? यार अब इस डोमेन शोमेन से मन भर गया है मेरा …सोच रहा हूं कि इस ..गूगल या ब्लॉगर को ही खरीद डालूं …….कहां गया उनका मेल पता …अभी खरीद डालता हूं …..अरे एक मिनट यार ..ओहो ये कौन आ गया ..अरे ये श्री सन्नाटा चौधरी जी का जन्मदिन भी है आज …..आपने पोस्ट नहीं लगाई ….आयं ये किसने भेज दिया मेल यार ..देखूं तो सही …..
ललित शर्मा
मेरे बारे में
परिचय क्या दुं मैं तो अपना, नेह भरी जल की बदरी हुँ। किसी पथिक की प्यास बुझाने, कुँए पर बंधी हुई गगरी हुँ। मीत बनाने जग मे आया, मानवता का सजग प्रहरी हुँ। हर द्वार खुला जिसके घर का, सबका स्वागत करती नगरी हुँ।
मेरे ब्लॉग
टीम सदस्य
एक्स्पर्ट कमेंट :- बाप रे बाप ……..ई तो इनके ब्लॉग सब का सूची थी ..तो ई तो बताने का जरूरत नहीं न है कि ..फ़ुल टाईम ..पार्टनर हैं ब्लॉगर बाबा के ..। उपर से केतना तो साईट सूट भी है ..अभी हाले में मुखमंत्री खुदे आ गए थे मिलने कि ..का हो शर्मा जी ,,..आज का नयका ले के आ रहे हैं । मुदा खुद सोच रहे हैं……अबे जब ये सब ऑलरेडी है ही …तो साला वो कौन सा क्रायटेरिया होता है यार …जब गांधी जी बुलाते हैं …अरे आश्रम वाश्रम में ..और कहां ????
P.C. Rampuria (Mudgal)
मेरे बारे में
अब अपने बारे में क्या कहूँ ? मूल रुप से हरियाणा का रहने वाला हूँ ! लेखन मेरा पेशा नही है ! थोडा बहुत गाँव की भाषा में सोच लेता हूँ , कुछ पुरानी और वर्त्तमान घटनाओं को अपने आतंरिक सोच की भाषा हरयाणवी में लिखने की कोशीश करता हूँ ! वैसे जिंदगी को हल्के फुल्के अंदाज मे लेने वालों से अच्छी पटती है | गम तो यो ही बहुत हैं | हंसो और हंसाओं , यही अपना ध्येय वाक्य है | हमारे यहाँ एक पान की दूकान पर तख्ती टंगी है , जिसे हम रोज देखते हैं ! उस पर लिखा है : कृपया यहाँ ज्ञान ना बांटे , यहाँ सभी ज्ञानी हैं ! बस इसे पढ़ कर हमें अपनी औकात याद आ जाती है ! और हम अपने पायजामे में ही रहते हैं ! एवं किसी को भी हमारा अमूल्य ज्ञान प्रदान नही करते हैं ! ब्लागिंग का मेरा उद्देश्य चंद उन जिंदा दिल लोगों से संवाद का एक तरीका है जिनकी याद मात्र से रोम रोम खुशी से भर जाता है ! और ऐसे लोगो की उपस्थिति मुझे ऐसी लगती है जैसे ईश्वर ही मेरे पास चल कर आ गया हो ! आप यहाँ आए , मेरे बारे में जानकारी ली ! इसके लिए मैं आपका आभारी हूँ !
मेरे ब्लॉग
ताऊजी डॉट कॉम
एक्स्पर्ट कमेंट :- अरे इनका इंग्लिश नाम पर मत जाईये ..ई अपने ताऊ जी हैं जी । एक लंबर के प्रोफ़ेसन बिजनेस मैन …चलाकी देखिए इनका ….जब देखे कि सार ई ब्लॉगर तो कुछ कमा धमा के दे नहीं रहा है ..तो अपना कंपनी का तेल , साबुन , चूरन , चशमा , तौलिया , कंघा ….सब ठो का advertisement कर डाले ..और चल निकला बिजनेस ….और सदाबहार प्रोडक्शन हाऊस तो हईये है ….। सोच का रहे हैं ..सोच रहे हैं कि अब जल्दीए ….पटाखा बम , रॉकेट का नयका बिजनेस भी लॉंच कर ही डालें …दीवाली का सीज़न है हिट तो होगा ही …….
राजीव तनेजा
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Don't Worry Be Happy
एक्स्पर्ट कमेंट :- आजकल एक छोटी स्टोरी लिखने की कोशिश कर रहा हूं …अरे नहीं यार इस तरह से नहीं ..एक्चुअली जो स्टोरी लिखी है उसे ही छोटा करने की कोशिश कर रहा हूं …..यार बडा मुश्किल काम है ये तो ….बताओ आधे घंटे में जो साढे तीन किलोमीटर की पोस्ट लिखी ..उसे छोटा करने में साढे तीन हफ़्ते से लगा हूं ….। सोच क्या रहे हैं …….ये सोच रहे हैं कि यार उस सॉफ़्टवेयर पर बहुत दिन हो गए हाथ साफ़ किए ..जिससे में जालिक खान को हसीना बानो बना देता हूं ….अरे कहां गया यार वो
संगीता पुरी
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पोस्ट-ग्रेज्युएट डिग्री ली है अर्थशास्त्र में .. पर सारा जीवन समर्पित कर दिया ज्योतिष को .. अपने बारे में कुछ खास नहीं बताने को अभी तक .. ज्योतिष का गम्भीर अध्ययन-मनन करके उसमे से वैज्ञानिक तथ्यों को निकलने में सफ़लता पाते रहना .. बस सकारात्मक सोंच रखती हूं .. सकारात्मक काम करती हूं .. हर जगह सकारात्मक सोंच देखना चाहती हूं .. आकाश को छूने के सपने हैं मेरे .. और उसे हकीकत में बदलने को प्रयासरत हूं .. सफलता का इंतजार है।
मेरे ब्लॉग
आज का राशि फल
एक्स्पर्ट कमेंट :- ओह ये तारा तो कल कुछ ज्यादा चमक रहा था …आज ये पीला क्यों दिखाई दे रहा है ….अरे ये सूरज आज किस एंगल में टहल रहा है …रुको अभी देखती हूं कि दक्षिण अफ़्रीका में कहां हवा तेज़ चलेगी ?? बाप रे बाप संगीता जी …हमें अपने घर के पंखे की हवा का पता नहीं होता …और आप जाने क्या क्या मैथ जियोग्राफ़ी, फ़िजिक्स को घोंट के बता देती हैं सब कुछ जी । आजकल ….सोच रही हैं कि ….दीवाली में कहां कहां पर ठंड होगी या कहां नहीं होगी ..अभी इस छोटे वाले तारे को ज़ूम करके देखती हूं ……
खुशदीप सहगल
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बंदा 16 साल से कलम-कंप्यूटर तोड़ रहा है
मेरे ब्लॉग
टीम सदस्य
एक्स्पर्ट कमेंट :- मक्कन , मक्खानी ….और उनका सपुत्तर …गुल्ली …एकदम से अपना औजार पाती लेके ढूंढ रहा है …ई जीटिविया रिपोर्टर को ….कहते हैं कि बंदा सोलह साल से कलम कंप्यूटर तोड रहा है …..ओह सोलह साल की जालिम जवानी ..गोया अभी तो अल्हडपन के दिन हैं भाई ..और पूरा देशनामा रच डाला । अभी क्या सोच रहे हैं ….यार ये गुल्ली को लेकर एक ब्लॉग बना डालूं क्या गुल्लीनामा ..एक से एक धांसू ओवर डालूंगा ….सब के सब क्लीन बोल्ड…..
शिवम् मिश्रा
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एक्स्पर्ट कमेंट :- जागो सोने वालों जागो …और चुपचाप निकल के भागो …..आजकल शिव जी का तीसरा नेत्र खुला हुआ है ..ये मत समझना कि खाली वार्ता की मेज पर ही बैठे रहते हैं ….बेटा ..मैनपुरी के मैन हैं हम ….सब काम पूरी तरह से कर डालते हैं …..।आजकल का सोच रहे हैं …यार अब तो बस बहुत हो गया ..अब तो चाहे किसी को बुरा भला लगे या चटक मटक …हमने कह दिया तो कह दिया …समझे कि नहीं …
अरे हां ..अभी तनिक किटकैट ब्रेक ले रहे हैं …मगर आप सब हमरे निशाने पर हैं ध्यान रखिएगा ….जानें कब ठांय हो जाएं
झा जी बहुत सुंदर पर्चा हल किए हैं
जवाब देंहटाएंआभार
पर्चा बहुत अच्छा हल हुआ झा जी .. दीपावली में कोई हवा पानी नहीं रहेगी .. मौसम से निश्चिंति है तो देख रहे हैं कि दीपावली में किस कंपनी का शेयर अधिक बढेगा .. हा हा हा !!
जवाब देंहटाएंआप नये नये आईडिया ला लाकर चौंका देते हैं. कब क्या पर्चा हल कर देंगे? कोई नही जानता. बहुत शुभकामनाएं.
जवाब देंहटाएंरामराम
बढ़िया एक्सपर्ट कमेन्ट !
जवाब देंहटाएंवाह-वाह.
जवाब देंहटाएंवाह-वाह.
जवाब देंहटाएं
जवाब देंहटाएंई एक्सपर्टवा के है, हो ?
तनि हमहूँ से मेलजोल रही, तऽ नू कोनो आउर बात नईखे ।
इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
जवाब देंहटाएंक्रिएटिवा बाबू का एक और क्रिएटिवा कमाल...एड एजेंसी काहे नहीं खोलत बबुआ...
जवाब देंहटाएंजय हिंद...
हे हो ओस्ताज जी ,
जवाब देंहटाएंपरनाम हो । सुनिए आप हमको दस में से एक लंबर दिए बढिया किए ..कम से कम कुछ तो मिला ..हमको तो सौ में से भी एके लंबर मिलता था । और आपका टिप्पी हटा दिए हैं माफ़ी का एप्लीकेशन के साथ ..काहे से आप हमको खूबे कोसिए गरियाईये ..टेंशन नहीं ..दूसरका लोग पर प्रश्नचिन्ह लगाना है तो ऊ सब लोग का भी ब्लॉग है न जी ओहीं उस्ताजी दिखाईये न हो । हम काहे ई उछलकूद करते हैं ??? अब का बताएं ओस्ताज़ जी , हमको ई लंबरवा देके ओस्ताज़ी दिखाने वाला सिस्टम न न आता है । ओईसे भी हम ई सब लोग का एक नंबर का चमचा हैं ....अरे अभी तो देखिए न महाराज ..पहिलका एपिसोड में ही सारा पूछ लीजीएगा का
डा. साहब , का जाने कौन है , हमको तो अ[पने भीतर से एकठो विंडो मीडिया प्लेयर चलते हुए सुनाई दिया हम धर पटके इहां पर । मिलता है तो मिलवाएंगे ....हां ई कौनो कंपल्सरी न न है कि जौन आजकल टिप्पी मार रहे हैं पोस्ट को रेस्ट दिए हुए हैं उनको छुट्टी मिल जाएगा .......होशियार , खबरदार ......जागते रहो .......
जवाब देंहटाएंएक नया तरीका बता दिया चर्चा करने वालों को :-)
जवाब देंहटाएंशुभकामनायें भाई जी
अच्छा किये के हमरा कमेन्ट हटा दिए. आप घोषणा करे दिए हैं कि आप चमचा हैं ...हमारे यहाँ इसको 'लटक' कहा जाता है. आप बने रहिये.
जवाब देंहटाएंऔर दुसरका बात. कमेन्ट हमारा हटा के बात का एंगिल न चेंज करिए. हमने दूसरका लोग पर प्रश्नचिन्ह नहीं लगाया था बल्कि हमने आप पर प्रश्न चिन्ह लगाया था.
कमेन्ट तो यह भी हटा देंगे ..हटाईये..हटाईये
लगता है हमको एक 'लटक भागवत' पर पोस्ट ही लिखना पड़ेगा.
देखिये आपके पर्चों में हमारा नाम कब आता है :)
जवाब देंहटाएंvadhiya ji vadhiya, new style hai mast.
जवाब देंहटाएं.
जवाब देंहटाएंअजय जी ,
शानदार वसीयतनामा है। आपकी पैनी नज़र को सलाम ।
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ये एक्सपर्ट कमेंट बहुत जोरदार हैं ... पर्चा तो ठीक से हल हो गया ...
जवाब देंहटाएंअरे वाह आप तो योगी की तरह से रोज नये नये चमत्कार दिखा रहे हे, बहुत अच्छा लगा आ भी आप को बांचना, धन्यवाद
जवाब देंहटाएंअमां ओ ओस्ताज जी ,
जवाब देंहटाएंचलिए आपको खुसी हुआ न कि हम खुदे खुद को सब ब्लॉगर का चमचा कहे ..अरे नहीं ऊ का कहते हैं लटक ...हैं और प्रश्नचिन्ह आप लगाए हैं हम पर ..हा हा हा हा बढियां है हो । अभी बहुत जोर का जिज्ञासा आया ...तो देखने चले आपको और आपका ब्लॉग ..लिखा हि हिम्मत से सच कहो तो बुरा मानते हैं लोग ....अरे नहीं मानते हैं सर । हां बुरके में झांक कर सच कहो या झूठ कहो तो बुरा मानते हैं लोग । आप खुदे खुद को उस्ताद डिक्लेयर कर लिए तो हम कहां अब्जेक्शन उठाए ..और हम चमचा भी कहे तो खनखना उठे । आप लगे रहिए अपने काम पर काहे से कि ई भी खुजली जैसा एक आदत टाईप का हो जाता है ..जब तक हौया के नोचिए नहीं ....मन नहीं मानेगा आपका तो आते रहिएगा । अरे महाराज ई पर्दा में रह कर जुलुम काटना तो कोईयो कर सकता है ....अभी तो अपना नामे से लिखने का फ़ुर्सत नहीं है ..ई ओस्ताज जी और चेला जी कैसे बनें । और रही बात मोडने मोडाने की तो /...का किया जाए सर , अब ई ब्लॉगजगत में हमहुं को तीन बरस न हो गया है .....सबे जानता है कि का करते हैं का सोचते हैं ...और का कहते हैं ...इहे टीप आपके ब्लोग पर भी चेप आते हैं ..हां उहां आप मोडरेसनवा चलाए हुए हैं सुने हैं ..का बात है पर्दादारी के बादो एतना एह्तियात ...परनाम । चलते हैं अब
आपने फिर गोलाबारी शुरू कर दी ।
जवाब देंहटाएंहा हा हा क्या किया जाए सर ..सुना है कि , ओबामा साहब के भारत दौरे का सुन कर ..घुसपैठिए सक्रिय हो गए हैं .....तो फ़िर हमने भी अपने तोप , बारूद की धार तेज कर ली है सर बांकी घायल हुए तो ....डॉ. भी अपने ही हैं सर :) :)
जवाब देंहटाएंक्या बात है ,एकदम मस्त अंदाज ,मजा आ गया।
जवाब देंहटाएं28/30
जवाब देंहटाएंअति उत्तम।
अरे बाप रे ...... यह पोस्ट कहाँ छुपी हुयी थी आज तक ....... आप तो डरा दिए कसम से !
जवाब देंहटाएंGK in Hindi
जवाब देंहटाएंTitanic Jahaj
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