जाने किस घड़ी , था शौक ये पाला,
चिट्ठे की चर्चा को मन रहे मतवाला ,
लो फिर से कईयों का ऑपरेशन कर डाला,
बहुत मजा आ रहा है , तो फेर झेलो लाला...
लीजिये ..पढिये या ठेलिए, पर हमको झेलिये
इन्होने अपने मन का रख दिया सारा घुटन,
आज की पोस्टों में , इसका ज्यादा रहा वजन
स्वामी जी ने बतलाया, वे किसको , क्यूँ नहीं पढ़ते हैं,
आप भी देखिये, आप क्या करते, क्या नहीं करते हैं....
इस चेली ने आज पोस्टों की सेंचुरी मारी है,
इसी खुशी में , कैसी राखी सावंत की.......उतारी है ..
ब्लोग्गरों को सुधारने के लिए, कोई विजेट नहीं बनाया जाएगा,
आशीष भाई ने बताया है , कौन तरीका अपनाया जाएगा..
जब लोग हिंदी ब्लॉग्गिंग पर प्रश्न उठा रहे हैं,
इस पोस्ट में जगदीश जी , उन्हें आईना दिखा रहे हैं..
ताऊ के धंधे में, कौन कौन भागीदार हुआ है,
किसने क्या बेचा, कौन खरीददार हुआ है ..
पांच हजार में कौन सा मोबाईल आयेगा,
एक एस ऍम एस फ्री बताने वाला पायेगा..
एक अंग्रेज लेखक की टांग टूट गयी सपने में,
उसका क्या हुआ पता नहीं, मजा आ गया पढने में
इन्होने बताया , कल तीस के हो जायेंगे,
आज पोस्ट पढ़ ली, कल बधाई दे आयेंगे..
सुना है तरकी पसंद युवा, कपडे की तरह नौकरी बदल रहे हैं,
अमा हमें तो नहीं लगता, हम मंदी के दौर में चल रहे हैं..
गरीब की औकात विनय जी ने यूँ हैं दिखाई ..
समाज की नीतियों की धज्जियाँ है उडाई.
ब्लॉग में साहित्य की संभावना जतायी है,
इस विषय पर आज फिर पोस्ट आयी है .
मीनू दी को यकीन है , कल इक नयी उम्मीद ले के आयेगी,
चिट्ठाचर्चा की अनोखी शैली आपके मन को भायेगी..
टिप्पियाँ पाने को तपस्या में लोग लगे हुए हैं
दिन तो छोडो , रात रात जगे हुए हैं....
ब्लॉग्गिंग में ताल ठोंक कर आपना हक़ जतलाया,
अभी जाकर पढ़ ले वो, जो पढ़ के नहीं है आया..
ब्लॉग्गिंग क्यूँ की जाए, आशा जी ने बतलाया,
प्रश्न बड़ा ही विकट है,अब तक कोई समझ न पाया.
ब्लॉगर की सच्ची तस्वीर , इरफान भाई ने चिपकाई ,
कहीं इक दिन , अपनी भी ऐसी हालत होगी भाई ..
अद्भुत हिंदी की शब्दावली से अपना दिमाग खोलिए,
पढिये मजे ले के,और हिंदी की जय बोलिए
बढ़िया अंदाज है झा जी !!
जवाब देंहटाएंमजेदार..
जवाब देंहटाएंबहुत बडिया बधाई
जवाब देंहटाएंबढ़िया ,बधाई.
जवाब देंहटाएंबहुत बढिया .. अच्छा शौक पाला है .. चिट्ठों के आपरेशन का।
जवाब देंहटाएंमजे दार बहुत बढिया जी.
जवाब देंहटाएंधन्यवाद
एस एम एस का पैकेज खरीद रहे हैं हम
जवाब देंहटाएंसुंदर चर्चा, अच्छा अंदाज!
जवाब देंहटाएंअनूठी शैली में बढ़िया चर्चा
जवाब देंहटाएंबढियां
जवाब देंहटाएंwaah waah .....sabse anokhee charcha
जवाब देंहटाएंwaah waah .....sabse anokhee charcha
जवाब देंहटाएंBahut badhiya.. hume to is blog pe aane kee adat see ho gayee hai
जवाब देंहटाएंबहुत लाजवाब.
जवाब देंहटाएंरामराम.
बहुत ही अच्छा लिखा आपने ।
जवाब देंहटाएंबहुत मन से पढ़ रहे हैं कुछो नाही ठेल रहे हैं
जवाब देंहटाएंआप हमको झेल रहे हैं,हम आपको झेल रहे हैं ...
हा हा हा हा