सोच रहे थे कि अपना बिहारी स्टाइल में भी कुछ लिखेंगे और सबको पढ़वायेंगे काहे से कि फिर हमारी मौलिकता का पता भी तो चलना ना चाहिए । तो बंधू लोगों को हमारा प्रणाम और स्नेह भी ।
नहीं नहीं यदि आप लोग सोच रहे हैं कि हम आप लोगों को कुछ भी अंट-शंट पढ़ने के लिए कहेंगे तो ई तो आप लोगों का भ्रम है कहे से कि उसके लिए और भी बहुत जगह है । यहाँ तो हम आपको सब कुछ विस्तार से बताएँगे ।
देखिए आगे आगे होता है क्या...............
सही है। स्वागत् है। लिखिये हम् पढ़ रहे हैं।
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