बज्रंगिया हमेशा के तरह चिचियाते हुए आया, " जान रहे हैं झोल्तानमा भैया , सुने हैं ई पाकिस्तानी गेनेराल्वा मुस्श्र्रफ अपना बर्दी उतारे बाला है ?
हम कहे, " हाँ त ठीके सूना होगा, का करेगा,। पिछला छियालिश बरस से ओही बर्दी पहन के घूम रहा है।
आ जब से पाकिस्तान का गद्दी पर बैठा एको बार शर्ट-पैंट का बटन आ चैन भी नहीं खोला ई डर से कि कहीं कोई लपक के आउउर न पहन ले॥ हो सकता है ओकर मोन नहीं ओक्ताया होगा तईयो खुजली-नोच्नी हो गया होगा। आ फेर ई हो त है कि सोचा होगा कि लोग सब जबरदस्ती बर्दी उतार के नंगते कर दे ओ से पहले खुदे उतार दो।"
हाँ भैया, सही कह रहे हैं, मुदा खबर में ई न बताया कि बर्दी उतारे के बाद का पहनेगा?
हाँ रे, बजरंगी ई बात त हिये है। मुदा का पहन सकता है बर्दी के बाद। हमरे ख्याल से त धोती-कुर्ता पहन लेगा।"
आयं, ई का कह रहेद हैं झोल्तान्मा भैया, धोती कहे लूंगी काहे नहीं ?
"रे बज्रंगीय, लुंगी कईसे पहनेगा आब, सुनले ना था कि पाकिस्तान का सब मौलवी-इमाम सब गोस्सायल है ओकरा से, आ फेर बर्दी के गरम आ कड़क कपडा पहने के बाद धोती कुर्ता के मोलायम कपडा आराम भी त देगा।
एगो बात आउउर हमरे त लगता है कि जल्दी ओकरा नाम जनरल मुश से जनरल फुश होई जायेगा.
बढ़ियां बा भाई, ऐसहीं लिखत रहीं हमनी के मस्त करत रहीं ...... आउर कुछ पढीं चाहे ना, राउर ब्लोग्वा जरूर पढ़ेनी रोज. बकवासो बा त का, आपन लागेला .... आ रोज पढेब इहो सुन लीं...
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