जब मैंने ये बात सोची थी कि..इस ब्लोग की सौंवी पोस्ट को कुछ इस तरह से मनाया जाये कि ये न सिर्फ़ इस ब्लोग के लिये यादगार बने बल्कि ..ब्लोग्गर्स के लिये भी ..तभी मेरे मन में ये विचार आया था कि क्यों न एक साथ सौ पोस्टों को चर्चा में जगह दी जाये...काम मुश्किल था....मगर..आसान हो तो मजा ही क्या..इस बीच ब्लोगवाणी प्रकरण ने भी थोडा सा ब्रेक लेने पर मजबूर कर दिया। मगर वादा था ..तो था.....तो लिजीये हाजिर है। चर्चा से पहले कुछ बात आपसे बांटना चाहूंगा...यदि आज अविनाश वाचस्पति सरीखे अग्रज , जिन्होंने मुझे लिंक बनाना सिखाया और श्री बी ऐस पाबला जैसे तकनीकी गुरू मेरे साथ न होते तो ..ये संभव न हो पाता...इस चर्चा में मैंने किन ब्लोगस को किन आधार पर कहां कहां से चुना ..मुझे भी पता नहीं..इस यात्रा के दौरान..बहुत से अनोखे ब्लोग भी मिले ..जिन्हें यहां खींच लाया ...अब सब आपके सामने है...
१.एक नये मुद्दे का ज्ञान जी ने कर दिया सूत्रपात,
किस किस को मिला इनाम, देख लो जनाब....
अनिल भाई की ये पोस्ट तो जरा पढिये हुजूर
खुल जायेगा, बस है एक रात का डिस्टेंस..
अरे अब मैं क्या कहूं, आप खुद ही देखो यार,
अनिल भाई की अभिव्यक्ति, देखिये श्रीमान..
सीधे पढिये इसको, बिना समय किये नष्ट..
अमां ऐसे कैसे, पहले फ़िज़ा से पूछ के आओ...
९.सुरेश भाई की तूलिका क्या कर रही धमाका,
काम नहीं होता , जब तक लिया न जाये झगड,
अल्पना सुना रही हैं धरा की पुकार...
अपनी इस पोस्ट में इसका कारण भी बता रहे
१३.शहीद भगत सिंह को जन्मदिन की मुबारकबाद,
इसी विषय पर पांडे जी के पढिये आप विचार,
भाई कभी कभी कविता भी पढा किजीये..
आप भी तो अपना नाम लीजिये देख..
और यही था वो क्षण जब हिंदी ब्लोग्गिंग में ज़लज़ला आया था ....और न सिर्फ़ कई ब्लोगर घायल हुए ..बल्कि ब्लोगवाणी को भी कोमा में चली गयी थी....( अमिताभ बच्चन के फ़िल्म कुली के शौट के तर्ज़ पर )
आप भी भाग लिजीये,पढिये नहीं जी बस...
१८.पोस्ट ये तो पढिये जरा, कूल हो जाये माईंड,
आप भी देखिये , कौन कौन पढ टीप के यहां हुआ है लटका..
दूबे जी से जानिये , उन्होंने लिया है पकड....
सभी बेवडों को दारू में डुबो डुबो कर मारा...
क्या कौन सी कैसी, अनिल भाई ने लिया जान..
एक नया एग्रीगेटर आया, नाम है ब्लोग-प्रहरी...
टार्च नहीं तो टीप सही, ले जाना तुम साथ में..
कह रहे हैं,अब कौन करेगा, मौत का इंतज़ार..
चंद पंक्तियों में अपने शब्दों को साध दिया....
आप खुद ही देखिये गंगा जी का हाल..
किसने कहां कब कैसे, जा खुदही देख ले भाया..
२९.खुली किताब ने पूछा है , आखिर क्या चाहे है सरकार,
३०.कौन है वो जो कार्टूनिस्ट से न डरे,
श्रद्धा से नतमस्तक हो गये, हम पढने के बाद...
सबसे खास है ये पोस्ट, दिल इतना ही कह पाया..
लाख करे पतझड कोशिश, उपवन नहीं मरा करता..
मंगलम के साथ थोडा, आप भी गुनगुनाईये..
आप बधाई दिजीये, मिला इन्हें, महाताऊश्री का सम्मान..
चुटकियों में रोहित बच्चा टेंप्लेट देता है बदल...
जा तू भी दे उत्तर अपना, हे ब्लागर अब तो जाग..
आशिर्वाद दिजीये नये कार्टूनिस्ट को , ताकि उसे मिले सुकून..
इस पोस्ट को पढ के , बिना टीपे निकला आना भी मुश्किल...
अविनाश भाई ने बता दिया, अब होता रहे हंगामा..
४२.हिंदी के सर्च इंजनों में अपना चिट्ठा शामिले करायें,
नये तेवरों का देखिये किया कितनो से स्वागत,
४४.औरतों पर ही नहीं मर्दों पर भी आते हैं भूत
मिलते ही उससे जरूर गवाना, टैण, टैणेण,
सौ रुपये मे मिलती है, सब्जी चावल,दाल,
४७.साफ़ सुथरी लिखोगे हिंदी तभी तो होगी इनकम,
स्त्रियों के उन दिनों क्या थे हालात,
४९.कह रहे हैं अर्कजेश, प्राथमिक हैं सपने,
५०.अदा ने फ़िर नयी अदा से बात उठाई करारी,
आप भी देखिये पाकिस्तान ने कैसे दिखा दी औकात,
कबीरा ने उठा दिया, करके यूं तैयारी...
संजीदा लेखन चल रहा है, कह रही हैं झाजी....
जब हो जाये, तो यहां शायरी पढ के आना,
बस इतना ही कह देते हैं, कविता का नाम है रायफ़ल...
हिमांशु जी की पोस्ट से मन हो गया शांत..
आप खुद पढिये, और टीप के बताईये अपना ख्याल.
आप खुद ही देखिये, कौन पढ के, नहीं भर के आया..
ऐसे ऐसे तर्क जो रखे, हो गये सब निरुत्तर
६०.काफ़िलों में जब भी गद्दारियां रहने लगे,
पढ ली न, तो अब टीपने को बढिये.....
जरूर पढिये सारे, जिनको श्रीमती जी प्यारी...
किस मुद्दे पर वहां उठा हुआ है बवाल..
६४.हिन्दी कुंज बढा रहा है हिंदी लिखने का जोश,
काश हमें भी आ जाते, इसी आस में हम लगे झपकने..
दो तस्वीरों के संयोजन से बनायी इक तस्वीर..
आप भी जी जाईये, हमें तो मजा आ गया पढ के,
आप खुदही पढिये, जाके ई खबर..
जाईये जाईये, पढ के देखिये, बात मेरी मानिये..
७०. वाह जी वाह का बात है तुम्हारी,
आपको पसंद आयेगी, हमें है ये आशा...
आज अजय भाई की पोस्ट यही बात है सुनती.
आप भी देखिये पोस्ट में, दादाजी की यादें,
पोस्ट पढिये या, विडीयो देख आईये..
कहते है कि आप चकरा जायेंगे..
आप पढिये , कौन क्या टीप भी दे रहे..
हमने तो पढ लिया , उन्होंने लिखा है क्या खूब
शब्दों की ताकत को आप लिजीये पहचान..
बात है ये गंभीर, कोई कथा नहीं,नहीं कोइ गल्प.
८०.यहां कविता की धार बहती रहेगी,
डा. साहब की पोस्ट बडी ये खास है..
पढिये न, यदि आप भी टीप करना चाहते हैं..
पढ लिया, अब ठोढी पे हाथ धरे बैठे हैं..
आप को भी आयेगा, जब मजा आया हम को,
हमेशा ही शिकायत रहती है कि ..चर्चा में नये ब्लोग्स और ब्लोग्गर्स को स्थान नहीं दिया जाता..मेरा प्रयास रहता है कि ..यथा संभव उन्हें भी सबके सामने लाया जाये..कम से कम परिचय तो करवाया ही जाये..सो इसी प्रयास में....ये हैं..नये साथी...
इस नये ब्लोग के स्वागत को हो जाईये तैयार.
कल इस चिट्ठे पर करेगा , ब्लोगजगत ही नाज
कलम में है धार इनकी, शब्दों में है ओज.
नया ब्लोग है आलोक का , चाहिये आपका साथ..
इस अनोखे ब्लोग जगत में स्वागत है तुम्हारा
जाईये सुनिये,पढिये, आप खुद ही हजरात.
किस्मत अपनी चमका ले , तू भी पूछ ले पुत्तर..
अपना संदेश देने को , ये ब्लोग है लाया..
प्रश्न कुछ जटिल हैं, आप बताओ उपाय,
जाईये और खुद ही पढिये, इन्होंने क्या फ़रमाया..
दांव पेंच रखेंगे सारे, ब्लोग नाम अखाडा..
पहले पढिये पोस्ट को, टीपिये इसके बाद,
आप देखिये ब्लोग को , खुद किजीये समीक्षा,
शायद इस चर्चा में इसने निन्यावे नंबर पे जगह पायी है...
और ये हुआ सैकडा....हुर्रे...
१००.वर्डप्रेस पर हमने इसी अंदाज का इक ब्लोग था बनाया,
चलिये आप थक गये होंगे....अब कल से ...यानि आगे से फ़िर से आपको नियमित रूप से ..ये दो लाईना पढवाते रहेंगे..और चर्चा लाते रहेंगे..